Jharkhand Education News : राज्य में केंद्रीय विद्यालय की तर्ज पर संचालित मॉडल स्कूलों के नामांकन प्रावधान में बदलाव किया जायेगा. विद्यालय में अभी कक्षा छह में बच्चों का नामांकन लिया जाता है. लेकिन, अब कक्षा छह के साथ-साथ नौवीं में भी नामांकन लेने की तैयारी है. स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने इसको लेकर प्रस्ताव तैयार कर कार्मिक विभाग को भेजा है. विद्यालय में कार्यरत घंटी आधारित शिक्षकों के मानदेय में भी बढ़ोतरी की जायेगी. विभागीय स्तर पर इसकी सहमति मिल गयी है. प्रस्ताव को स्वीकृति के लिए कैबिनेट को भेज दिया गया है. कैबिनेट की स्वीकृति के बाद मानदेय में बढ़ोतरी की जायेगी.
मॉडल स्कूलों में शिक्षकों की स्थायी नियुक्ति को लेकर नियमावली तैयार की गयी है. नियमावली कार्मिक विभाग को भेजी गयी है. स्वीकृति के बाद कैबिनेट के पास भेजा जायेगा. राज्य के मॉडल विद्यालयों के संचालन को लेकर शिक्षा सचिव द्वारा की गयी समीक्षा के बाद सभी जिलों को इस संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश भेजा गया है. विद्यालय में शिक्षकों की स्थायी नियुक्ति होने तक शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति का निर्देश दिया गया है. एक विद्यालय में चार शिक्षक की प्रतिनियुक्ति की जायेगी. गर्मी की छुट्टी के बाद स्कूल खुलने के एक सप्ताह के अंदर प्रतिनियुक्त शिक्षकों का योगदान सुनिश्चित कराने को कहा गया है. शिक्षकों के योगदान की जानकारी स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव को देने को कहा गया है.
परीक्षा को लेकर झारखंड एकेडमिक काउंसिल को दिशा-निर्देश दिया गया है. कक्षा आठ व 12वीं की परीक्षा एनसीइआरटी के पाठ्यक्रम के आधार पर लेने को कहा गया है. राज्य के जिन 89 प्रखंडों में मॉडल विद्यालय संचालित है, उस प्रखंड के प्रत्येक विद्यालय से कम से कम 10 विद्यार्थियों का प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन जमा कराना सुनिश्चित करने को कहा गया है. इस संबंध में सभी प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी को आवश्यक दिशा-निर्देश देने को कहा गया है. आवेदन जमा नहीं होने की स्थिति में संबंधित प्रखंड के प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.
मॉडल स्कूल में प्रति वर्ष सीटें खाली रह जाती हैं. वर्ष 2020 की प्रवेश परीक्षा में 4001 विद्यार्थी शामिल हुए थे. नामांकन के लिए 1612 विद्यार्थियों का चयन हुआ था. वर्ष 2015 में 86, वर्ष 2016 में 80, वर्ष 2018 में 67 व वर्ष 2019 में 70 मॉडल स्कूलों में सीटें रिक्त रह गयी थीं. मॉडल स्कूल में कक्षा छह से 12वीं तक की पढ़ाई होती है. विद्यालय में नामांकन के लिए प्रवेश परीक्षा झारखंड एकेडमिक काउंसिल द्वारा ली जाती है.
जिन मॉडल स्कूलों का भवन तैयार हो गया है, उसे जल्द विद्यालय को हैंडओवर करने को कहा गया है. राज्य के 24 विद्यालय का भवन तैयार हो चुका है. इन विद्यालयों में पानी, बिजली, बेंच-डेस्क समेत अन्य आवश्यक संसाधन की व्यवस्था करने को कहा गया. गर्मी की छुट्टी के बाद इसकी प्रक्रिया पूरी करने को कहा गया है.