Gorakhpur News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने दो दिवसीय दौरे पर रविवार को गोरखपुर पहुंचे. मुख्यमंत्री ने गोरखपुर पहुंचने के बाद गोरखपुर सहित पूर्वांचल को उच्च शिक्षा के क्षेत्र में बड़ी सौगात दी है. मुख्यमंत्री ने रविवार को रामगढ़ताल स्थित जीडीए के कारपोरेट पार्क में उत्तर प्रदेश राजश्री टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के क्षेत्रीय कार्यालय भवन का भूमि पूजन व शिलान्यास किया. राजश्री टंडन मुक्त विद्यालय भवन होने से पूर्वी उत्तर प्रदेश के छात्र-छात्राओं को काफी सहूलियत मिलेगी.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इसके पहले संत कबीर नगर जिले के मगहर में राष्ट्रपति के आगमन को लेकर हो रही तैयारियों का जायजा लिया .इस दौरान मुख्यमंत्री ने वहां की व्यवस्था और सुरक्षा व्यवस्था को देखा और अधिकारियों को दिशा-निर्देश भी दिए. उन्होंने कहा कि किसी तरह की कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिए. मुख्यमंत्री करीब 1 बजे बजे संतकबीर नगर पहुंचे, उसके बाद उन्होंने संत कबीर नगर की समाधि स्थली पर जाकर अपनी श्रद्धा अर्पित की. साथ ही, 5 जून को राष्ट्रपति के आगमन को लेकर तैयारियों के बारे में जानकारी ली .उसके बाद उन्होंने संत कबीर नगर साधना स्थली कबीर चौरा का भ्रमण व निरीक्षण कर सुरक्षा और अन्य संबंधित व्यवस्थाओं के बारे में हुई तैयारियों के बारे में जानकारी ली. अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए. फिर वे गोरखपुर रवाना हो गए.
गोरखपुर में उन्होंने रामगढ़ताल परियोजना क्षेत्र में उत्तर प्रदेश राजश्री टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के गोरखपुर क्षेत्रीय केंद्र के भवन की भूमि पूजन करने के बाद उसकी आधारशिला रखी. अभी वर्तमान में यह केंद्र एक किराए के भवन में संचालित होता है. उसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ योगी राज बाबा गंभीर नाथ प्रेक्षागृह में सभा को संबोधित किए. उसके बाद मुख्यमंत्री 4 जून को राष्ट्रपति के गीता प्रेस की शताब्दी वर्ष शुभारंभ समारोह में आगमन को लेकर हो रही तैयारियां का जायजा लेने के लिए गीता प्रेस पहुंचे और सारी तैयारियां समय से पूरा करने के लिए अधिकारियों को दिशा निर्देशित किया.
गीता प्रेस में हो रही तैयारियों का जायजा लेने के बाद मुख्यमंत्री योगी गोरखनाथ मंदिर पहुंचे, जहां उन्होंने गुरु गोरक्षनाथ की पूजा की. इसके बाद अपने गुरु ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की समाधि पर मत्था टेका. गोरखपुर में हो रहे विकास कार्यों को लेकर वे अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक भी कर सकते हैं. रात्रि विश्राम वो गोरखनाथ मंदिर स्थित अपने आवास पर करेंगे और सुबह गोरखनाथ मंदिर स्थित आश्रम में जनता दर्शन करेंगे और फिर लखनऊ के लिए रवाना होंगे.
रिपोर्ट : कुमार प्रदीप