पटना में ऑटो का न्यूनतम किराया 30 मई से 7 की जगह अब 10 रुपये होगा. बिहार राज्य ऑटो रिक्शा टेम्पू चालक संघ एक्टू, पटना जिला आॅटो रिक्शा चालक संघ सीटू और पटना महानगर टेम्पू चालक संघ की संयुक्त बैठक में यह निर्णय लिया गया था.
ऑटो यूनियन ने अन्य तरह की वृद्धि को पेट्रोल और डीजल के दाम में आयी गिरावट को देखते हुए तत्काल के लिए रोक दिया है. बिहार राज्य ऑटो रिक्शा टेम्पू चालक संघ एक्टू के महासचिव मुर्तजा अली के अध्यक्षता में संघ के चितकोहरा बाजार सब्जी मंडी स्थित कार्यालय में यह बैठक हुई, जिसमें नवीन मिश्रा, बिजली प्रसाद, चुन्नू सिंह, संजय सिंह, रमेश सिंह समेत कई ऑटो यूनियन नेता शामिल हुए.
बता दें की कुछ दिनों पहले पेट्रोल और सीएनजी की कीमत में तेज वृद्धि का हवाला देते हुए इन्हीं ऑटो यूनियनों के द्वारा 30 मई से ऑटो किराया में प्रति स्टॉपेज दो रुपये और रिजर्व में 15 से 20 फीसदी तक वृद्धि करने की घोषणा की गयी थी. बुधवार को संपन्न बैठक में ऑटो यूनियन नेताओं ने कहा कि आम आदमी के जेब पर पड़ने वाले भार के मद्देनजर आरटीए बोर्ड मंहगाई का सटीक मूल्यांकन कर ऑटो रिक्शा किराये का निर्धारण करेगा.
किराया निर्धारण के लिए ऑटो यूनियन के नेताओं ने पहले ही परिवहन विभाग को प्रस्ताव दे दिया हैं. यह भी तय हुआ कि न्यूनतम किराया अधिकतम दो किलोमीटर की दूरी के लिए तय होगा. पटना शहरी क्षेत्र के साथ साथ दानापुर, फुलवारी शरीफ़, पटना जंक्शन एवं पटना सिटी में भी 30 मई से यह वृद्धि लागू होगी.
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परिवहन विभाग और क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकार ने अंतिम बार किराया निर्धारण नौ वर्ष पहले वर्ष 2013 में किया था. इसके लिए परिवहन विभाग ने पेट्रोल ऑटो के लिए प्रति किमी तीन रुपये और डीजल ऑटो के लिए 2.5 रुपये का रेट तय किया था. इसी के अनुरूप आरटीए ने प्वाइंट टू प्वाइंट किराया तय किया था.