जमालपुर. शनिवार की सुबह एक ट्रेन से युवती को उतार कर उसके साथ दुष्कर्म की वारदात की सूचना फैली है. सूचना पाते ही सुरक्षा एजेंसी के अधिकारी सफियाबाद स्थित एक निजी नर्सिंग होम पहुंचे. जहां अलग-अलग पदाधिकारियों को पीड़िता और उसके परिजनों द्वारा अलग-अलग तरह के बयान देने के कारण पहले तो सुरक्षा एजेंसी के अधिकारी भैंचक्क रह गये. परंतु जब युवती के मोबाइल लोकेशन का डिटेल लिया गया तब मामला कुछ और निकल गया. बताया गया कि शुक्रवार की मध्यरात्रि एक 28 वर्षीय खून से लथपथ युवती को एक बुजुर्ग द्वारा यह कह कर नर्सिंग होम में एडमिट कराया गया कि युवती के साथ दुष्कर्म हुआ है. आनन-फानन में युवती को इंसेंटिव केयर यूनिट में एडमिट कर लिया गया. जहां उसका इलाज शनिवार तक जारी रहा.
युवती के मौसा ने मीडिया कर्मियों को बताया कि युवती भागलपुर की रहने वाली है. प्रतिदिन डीएलएड का कोर्स करने के लिए लखीसराय जाती है. जहां शुक्रवार को जब वह लखीसराय से किऊल स्टेशन पैदल आ रही थी तब एक बाइक सवार युवक ने उसे लिफ्ट दिया और किऊल पहुंचाने के बदले कहीं अन्यत्र ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया. वहां से युवती किसी प्रकार एक ट्रेन से जमालपुर पहुंची. जहां से उसे नर्सिंग होम लाया गया. उधर पीड़िता ने पुलिस अधिकारियों को बताया कि वह गया-हावड़ा एक्सप्रेस से किऊल से भागलपुर के लिए रवाना हुई. कजरा रेलवे स्टेशन पर उसे एक युवक ने उतार लिया और उसे 20 मिनट तक पैदल चलाया और एक खेत में ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया. इसके बाद वह किसी तरह जमालपुर पहुंची और अपने मौसा को जानकारी दी. उन्होंने उसे निजी नर्सिंग होम में एडमिट कराया.
रेल डीएसपी विनय राम ने बताया कि युवती का बयान भ्रामक और परस्पर विरोधी है. इस कारण भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. युवती को अस्पताल पहुंचाने वाला उसका मौसा और खुद युवती का बयान स्पष्ट नहीं हो पाया है. वैसे युवती के मोबाइल लोकेशन से यह स्पष्ट हो गया है कि युवती शुक्रवार को दिन भर जमालपुर और मुंगेर में ही थी. यदि उसके साथ किसी प्रकार की कोई घटना हुई है तो वह जमालपुर और मुंगेर में ही हुई है.
रेल पुलिस के डीएसपी विनय राम, थानाध्यक्ष सतीश कुमार, रेलवे सुरक्षा बल के इंस्पेक्टर हरिशंकर प्रसाद, महिला थाना की थानाध्यक्ष तथा सफियाबाद ओपी प्रभारी नीरज कुमार ठाकुर प्राइवेट नर्सिंग होम पहुंच गये. जहां अलग-अलग अधिकारियों ने अपने-अपने ढंग से युवती से पूछताछ की. अधिकारियों द्वारा बताया गया कि अलग-अलग अधिकारियों को युवती ने अलग- अलग तरह का बयान दिया है. जिसके कारण अधिकारी लोग कन्फ्यूज्ड हो गये. जिसके बाद वरीय अधिकारियों के निर्देश पर युवती के मोबाइल टावर का लोकेशन डिटेल निकाला गया.
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रेल थानाध्यक्ष सतीश कुमार ने बताया कि युवती ने अपना लिखित बयान दिया है कि शुक्रवार को वह भागलपुर से किऊल जा रही थी. इसी बीच वह जमालपुर में उतर गयी. क्योंकि उसे अपना आधार कार्ड बनवाना था. इसी बीच उसकी तबीयत बिगड़ गयी और उसके मौसा ने प्राइवेट नर्सिंग होम में एडमिट करा दिया.
सफियाबाद ओपी प्रभारी नीरज कुमार ठाकुर ने बताया कि युवती का अबतक का स्पष्ट बयान नहीं हो पाया है. फिलहाल पुलिस मामले की तह तक पहुंचने में जुटी हुई है.