राज्यसभा में झारखंड मुक्ति मोरचा अपना उम्मीदवार उतारेगी. झारखंड में राज्यसभा की सीटों के लिए अबतक उम्मीदवारों का ऐलान नहीं किया गया है. झामुमो किसे अपना उम्मीदवार बनायेगी यह भी अबतक तय नहीं हुआ है.
राजनीतिक गलियारों में कई नामों की चर्चा है. कांग्रेस लंबे समय से यह कोशिश कर रही थी कि झारखंड मुक्ति मोरचा उनके उम्मीदवारों का समर्थन करे. इसे लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात भी की लेकिन जो तस्वीर उभर कर सामने आ रही है उससे यह साफ हो गया कि झारखंड मुक्ति मोरचा अपना उम्मीदवार उतारेगी. सुनिये झारखंड मुक्ति मोरचा के वरिष्ठ नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने क्या कहा है.
सुप्रियो भट्टाचार्य पहले भी कई बार पत्रकारों को संबोधित करते हुए कह चुके हैं कि पार्टी राज्यसभा में अपना उम्मीदवार देगी. आज झारखंड मुक्ति मोरचा के विधायक दल की बैठक थी.जिसमें सभी विधायकों ने मिलकर यह फैसला लिया है. इस फैसले को लेकर हेमंत सोरेन दिल्ली जाकर सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे और इस फैसले को लेकर सहयोग मांगेंगे. राज्य में 10 जून को होने वाले राज्यसभा चुनाव में सत्ता पक्ष को एक सीट हासिल करने में कोई परेशानी नहीं है़ वहीं विपक्ष भाजपा के पास 26 का आंकड़ा है़ भाजपा को भी बहुत परेशानी नहीं है.
दो वोट का जुगाड़ करना है. इधर सत्ता पक्ष में एक सीट को लेकर झामुमो और कांग्रेस के बीच शह-मात का खेल चलेगा. झामुमो के पास 30 विधायकों का मजबूत आंकड़ा है़ . एक तरफ हेमंत भी दिल्ली का रुख कर रहे हैं दूसरी तरफ कांग्रेस के कई नेताओं ने दिल्ली दरबार में लॉबिंग कर रखी है. कई नामों की चर्चा तेज है जिनमें सुबोधकांत सहाय, डॉ अजय, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर, पूर्व सांसद फुरकान अंसारी का नाम चल रहा है