रांची: 34वें राष्ट्रीय खेल घोटाला मामले में राज्य की एंटी करप्शन ब्यूरो (पहले निगरानी ब्यूरो) ने 12 वर्षों की जांच के दौरान 14 लोगों के खिलाफ चार्जशीट किया है. अब 11 अप्रैल 2022 को मामले की सीबीआइ जांच आदेश के बाद इसकी गहन जांच में सीबीआइ जुट गयी है.
इस कड़ी में सीबीआइ की टीम ने मामले से जुड़े लोगों के झारखंड के 12, बिहार के दो और दिल्ली के दो ठिकानों पर गुरुवार को एक साथ छापा मार जांच की गति तेज कर दी है. इससे पूर्व 12 सितंबर 2010 को हाइकोर्ट द्वारा पारित आदेश के बाद कांड के वादी भोला नाथ सिंह के लिखित प्रतिवेदन के आधार पर निगरानी ब्यूरो (वर्तमान में एसीबी) ने मामला दर्ज किया था.
इसमें एनजीओसी के तत्कालीन कार्यकारी अध्यक्ष राम कुमार आनंद (आरके आनंद), सचिव सैय्यद मतलूब हाशमी, तत्कालीन निदेशक प्रकाश चंद्र मिश्र और कोषाध्यक्ष मधुकांत पाठक सहित अन्य के खिलाफ आइपीसी की धारा 406, 409, 420, 467, 468, 471, 120(बी), 109 और धारा 13 सह पठित धारा 13(1) भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत प्राथमिकी की थी. आरोपियों पर 34वें राष्ट्रीय खेल के आयोजन में खेल सामग्रियों, उपकरणों के क्रय और राष्ट्रीय खेल के लिए विशिष्ट सेवाओं के निविदाओं में अनियमितता बरतने का आरोप लगाया गया था. इस मामले में जांच एजेंसी 14 लोगों के खिलाफ चार्जशीट कर चुकी है.
नौ जनवरी 2015 : नामजद आरोपी एनजीओसी के सचिव सैय्यद मतलूब हाशमी व निदेशक पीसी मिश्र
14 अप्रैल 2016 : एनजीओसी के कोषाध्यक्ष मधुकांत पाठक
दो दिसंबर 2019 : एनजीओसी के कार्यकारी अध्यक्ष राम कुमार आनंद (आरके आनंद) व तत्कालीन खेल मंत्री व एनजीओसी के उपाध्यक्ष अप्राथमिक अभियुक्त बंधु तिर्की
दो सितंबर 2021 : अप्राथमिक अभियुक्त टेंडर कमेटी मेंबर हीरा लाल दास
16 दिसंबर 2021 : अप्राथमिक अभियुक्त टेंडर कमेटी मेंबर सुविमल मुखोपाध्याय
14 मार्च 2022 : अप्राथमिक अभियुक्त टेंडर कमेटी मेंबर सुकदेव सुबोध गांधी
28 मार्च 2022 : शिव प्रकाश सिंह, रजनीश कुमार, धर्मेंद्र चड्ढा (तीनों स्पोर्ट्स गुड्स सप्लायर), सुरेंद्रा टूरिस्ट सर्विस के मालिक सुरेंद्र सिंह
30 मार्च 2022 : अप्राथमिक अभियुक्त मेसर्स इनोवेशन के प्रवीण कुमार बुधिया
चार अप्रैल 2022 : कैटरिंग का काम करने वाले अप्राथमिक अभियुक्त मेसर्स गजल कैटरर, फरीदाबाद के मालिक बिनोद मल्लिक
Posted By: Sameer Oraon