पटना. राज्य में बागवानी विकास के लिए खरीफ मौसम में 11025 एकड़ में वैज्ञानिक तरीके से बागवानी की जायेगी. सरकार किसानाें को नये बाग लगाने के लिये मुफ्त में पौधा उपलब्ध करायेगी. किसानों को आर्थिक सहायता उपलब्ध करायी जायेगी. 125 एकड़ में केला 662 एकड़ में पपीता 1750 एकड़ में आम 262 एकड़ में लीची का नया बागवान लगाने की योजना है. कृषि विभाग औषधीय गुण और पोषक तत्वों वाली खेती को भी बढ़ावा दे रहा है. सहजन, रजनीगंधा व मगही पान के क्षेत्र का विस्तार किया जा रहा है.
सहजन की खेती पांच हेक्टेयर के क्लस्टर बना कर की जायेगी. जुलाई से सितंबर माह में इसकी खेती की जायेगी. सरकार सहजन की खेती करने वाले किसानों को 50 फीसदी अनुदान दे रही है. स्ट्रॉबेरी की खेती के लिए औरंगाबाद के अलावा सुपौल, भागलपुर सहित करीब 14 जिलों में विशेष प्रयोग हो रहे हैं. ‘ ड्रैगन फ्रूट’ की खेती भी जोर पकड़ने लगी है. पूर्णिया कटिहार, किशनगंज में केला के बगान ‘ ड्रैगन फ्रूट’ के बागान में तब्दील होने लगे हैं.
खरीफ मौसम में किसानों को जागरूक करने के लिए गुरुवार को जिला स्तरीय खरीफ कर्मशाला सह प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन सभी जिला मुख्यालय में किया गया. इसमें किसानों को कृषि की उन्नत तकनीकी से संबंधित प्रशिक्षण एवं कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के संबंध में जानकारी दी गयी. शुक्रवार से प्रखंड स्तरीय प्रशिक्षण सह उपादान वितरण कार्यक्रम शुरू किये जायेंगे. 10 जून तक सभी प्रखंडों में इसका आयोजन करा लिया जायेगा .
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बागवानी क्षेत्र — 322.84 हेक्टेयर
कुल उत्पादन — 4242.55 टन
क्षेत्रफल में वृद्धि — 2.18 फीसदी
उत्पादन में वृद्धि — 0.16