धनबाद : एक तरफ कोविड 19 के दौरान बंद की गयी गरीब रथ एक्सप्रेस, धनबाद-बाकुड़ा व धनबाद-चंद्रपुरा पैसेंजर अब तक चालू नहीं हुई. दूसरी तरफ आसनसोल-गया मेमू, गया-आसनसोल मेमू, आसनसोल-वाराणसी मेमू, वाराणसी-आसनसोल मेमू, बर्धमान-हटिया मेमू, हटिया-बर्धमान मेमू पैसेंजर को एक्सप्रेस का दर्जा दे दिया गया है. ऐसे में इन ट्रेनों में सफर करना अब महंगा हो गया.
इधर इन पैसेंजर ट्रेनों को एक्सप्रेस ट्रेन बनाने के बाद इनके ठहराव (स्टेशन) में कोई बदलाव नहीं किया गया है. यानी जो ट्रेन जिस स्टेशन पर रुकती थी, वैसे ही उसी स्टेेशन पर रुकेगी. अंतर सिर्फ इनके किराए में आया है. इन पैसेंजर ट्रेनों में प्रतिदिन ऐसे यात्री सफर करते है जो कॉलेज या किसी कोचिंग में पढ़ने जाते हैं. इसके अलावा छोटे कारोबारियों का भी सफर इन ट्रेनों से होता है. अब उन्हें किराये में अधिक पैसे देने पड़ रहे है.
धनबाद. कोविड-19 के दौरान बंद हुई ट्रेनें लगभग चलने लगी हैं, लेकिन धनबाद की एक एक्सप्रेस और दो पैसेंजर ट्रेनों का परिचालन अब तक शुरू नहीं किया गया है. इसमें धनबाद से खुलने वाली गरीब रथ एक्सप्रेस, धनबाद-बाकुड़ा व धनबाद-चंद्रपुरा पैसेंजर ट्रेन शामिल है. इनके नहीं चलने से यात्रियों को परेशानी झेलनी पड़ रही है. वहीं ये ट्रेनें कब तक पटरी पर लौटेंगी यह भी तय नहीं है. जबकि कोविड में बंद स्वर्णरेखा एक्सप्रेस का परिचालन एक मई से शुरू कर दिया गया है.
ट्रेन संख्या 12831 भुवनेश्वर गरीब रथ मार्च 2020 से बंद है. यह ट्रेन धनबाद से कोणार्क तक जाती थी. वहीं ट्रेन संख्या 68088 धनबाद-बांकुड़ा मेमू का परिचालन दो साल बाद भी शुरू नहीं हुआ है. इसके परिचालन के लिए बोर्ड को पत्र भेजा गया है. ट्रेन संख्या 53339 धनबाद-चंद्रपुरा पैसेंजर भी पटरी पर नहीं लौटी है. यह ट्रेन भी लंबे समय से बंद पड़ी है. इस वजह से यात्रियों को परेशानी हो रही है.
धनबाद-चंद्रपुरा ट्रेन का परिचालन शुरू होने पर लोकल यात्रा करने वाले यात्रियों को राहत मिलती. इस ट्रेन से चंद्रपुरा, दुगदा, जमुनियाटांड़, फुलवारीटांड़, सोनारडीह, कतरासगढ़, सिजुआ, बांसजोड़ा, बसेरिया व कुसुंडा इलाके के लोग सुबह धनबाद आते थे और दोपहर या शाम वाली ट्रेन से वापस लौटते थे. छात्र, वकील, बीसीसीएल कर्मचारी, फेरी वाले समेत दैनिक यात्रियों को इसके बंद रहने से परेशानी हो रही है.
Posted By: Sameer Oraon