बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के झपहां स्थित सीआरपीएफ कैंप में एसएससी के द्वारा आयोजित जीडी (जनरल ड्यूटी) की दौड़ में फर्जीवाड़ा करके पहुंचे एक अभ्यर्थी को गिरफ्तार किया गया है. उसकी पहचान पटना जिला के बिहटा थाना के मौदही निवासी सुधीर कुमार के रूप में की गयी है. शरीरिक दक्षता परीक्षा से पहले सुधीर का लिखित परीक्षा के दौरान दिये गये फिंगरप्रिंट और फोटो का मिलान कराया गया तो यह गलत पाया गया. सीआरपीएफ के अधिकारियों ने पकड़ाये शातिर को अहियापुर पुलिस के हवाले कर दिया.
अभ्यर्थी द्वारा फर्जीवाड़ा किये गये सारे डक्यूमेंट (प्रमाण पत्र) भी पुलिस को सौंप दिया गया है. इस बाबत सीआरपीएफ 47 बटालियन के कमांडेंट सह प्रोजाइडिंग ऑफिसर वीजेंद्र सिंह भाटी के बयान पर रविवार की दोपहर प्राथमिकी दर्ज की गयी है. पकड़ाये शातिर को न्यायिक हिरासत में भेजने की कवायद जारी थी. इधर, सीआरपीएफ के एक अधिकारी ने बताया कि पकड़ाया शातिर फर्जीवाड़ा करके दौड़ में शामिल होने पहुंचा था. बायोमेट्रिक मिलान के दौरान ही वह पकड़ा गया.
अहियापुर थानेदार विजय कुमार सिंह ने बताया कि सीआरपीएफ जीडी की शारीरिक दक्षता परीक्षा में फर्जीवाड़ा करके पहुंचे सुधीर कुमार से जब पूछताछ की गयी तो उसने पहले बताया कि लिखित परीक्षा में वह खुद बैठा था. लेकिन, जब सख्ती से पूछताछ की गयी तो उसने अपने गुनाह को कबूल किया है. हालांकि, उसकी जगह लिखित परीक्षा में कौन शातिर बैठा था उसके नाम का खुलासा नहीं किया है. पुलिस उससे पूछताछ कर रही है. लिखित परीक्षा के दौरान जिस अभ्यर्थी का फोटो दिया गया था. उसके चेहरेव फिंगरप्रिंट से शातिर की पहचान को लेकर एक्सपर्ट की मदद ली जायेगी.
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मुजफ्फरपुर लूटपाट के बाद बाइक ठिकाना लगाने के आरोप में हिरासत में लिये गये होमगार्ड को पुलिस ने बांड पर छोड़ दिया है. वहीं हिरासत में रखे गये दो अन्य लुटेरों से पूछताछ जारी है. साथ ही इनके निशानदेही पर अहियापुर, सदर, कांटी व मोतीपुर इलाके में पुलिस ने छापेमारी की है. लेकिन, विशेष सुराग नहीं मिल सका है. बता दें कि होमगार्ड जवान ने कुछ दिन पहले एक बाइक बेची थी, जिसे कांटी थाने की पुलिस ने वाहन जांच के दौरान दो युवकों के साथ दबोच लिया.