NTPC News: एनटीपीसी बाढ़ आवासीय परिसर के सौहार्द्र भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में आज बालिका सशक्तिकरण अभियान कार्यशाला 2022 का उद्घाटन किया गया. एनटीपीसी के दिल्ली स्थित मुख्यालय के कार्यकारी निदेशक(सीएसआर/आर एंड आर) राकेश प्रसाद ने इस कार्यशाला का उद्घाटन अनुमंडल पदाधिकारी, बाढ़ कुन्दन कुमार व मुख्य महाप्रबंधक, बाढ़ असित दत्ता की उपस्थिति में दीप प्रज्ज्वलित करके किया. इस मौके पर वहां मौजूद बच्चियों में खुशी की लहर साफ तौर दिखाई दी.
इस अवसर पर अपने संबोधन में राकेश प्रसाद ने कहा कि एनटीपीसी परियोजना के आसपास गांव की बालिकाओं के उत्थान के प्रयासों के तहत कंपनी ने इस साल लगभग 35 प्रोजेक्ट लोकेशन्स पर इस पहल को बढ़ाने की योजना बनाई है. इसी कड़ी में एनटीपीसी ने इस अभियान के तहत देश भर की बालिकाओं को सशक्त बनाने के साथ ही उन्हें बुनियादी शिक्षा, स्वास्थ्य एवं आत्मरक्षा हेतु जागरुक कर रहा है. इस पहल के माध्यम से एनटीपीसी ने खासतौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में फैली रूढ़ीवादी अवधारणाओं को दूर करने और बालिका भ्रूण हत्या की समस्या को हल करने का प्रयास किया है. इससे बच्चों और बच्चियों को अपनी प्रतिभा एवं क्षमता दर्शाने का मौका मिला है.
राकेश प्रसाद ने आगे बताया कि मुझे यह जान कर खुशी हो रही है कि इस कार्यशाला में भाग लेने वाली 10 से 12 वर्ष के आयु वर्ग की 41 बच्चियों में से ज्यादातर बच्चियों बाढ़ परियोजना के आस-पास के प्रभावित गावों के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाली है. कार्यशाला में मिलने वाली सुविधाओं के विषय में उन्होंने आगे बताया कि कार्यशाला के दौरान उनके आवास, भोजन की व्यवस्था के साथ-साथ उन्हें बेसिक शिक्षा के अतिरिक्त योग, क्राफ्ट और अन्य गतिविधियों, जैसे नृत्य, संगीत व्यक्तित्व विकास, कौशल विकास से संबंधित प्रशिक्षण भी दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि हमारा प्रयास है कि हम बालिका सशक्तीकरण मिशन के माध्यम से ग्रामीण परिवेश की बालिकाओं के सशक्तीकरण की दिशा में एक छोटा-सा योगदान दे सकें.
वहीं, एनटीपीसी बाढ़ के मुख्य महाप्रबंधक असित दत्ता ने अपने संबोधन में कहा कि बालिका सशक्तिकरण अभियान आज यानि 22 मई से शुरू होकर 18 जून 2022 तक परियोजना के आवासीय परिसर में स्थित नोट्रेडेम एकेडमी में चलेगा. आगे उन्होंने कहा कि यह कार्यशाला का आयोजन एनटीपीसी के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक गुरदीप सिंह का एक स्वप्न था कि हमारी कंपनी बालिका सशक्तिकरण मिशन की दिशा में ग्रामीण बालिकाओं को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने, उनके सपनों को एक नया आयाम देने, उनके अंतर्मन में आशा, आत्मविश्वास, कुछ कर गुजरने की ललक जगाने के लिए एक अहम व रचनात्मक भूमिका निभाए और भारत सरकार के “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” अभियान में यथोचित योगदान दे सकें. इसी के चलते इस अभियान की शुरूआत की गई है.
कार्यक्रम के दौरान अपने उद्बोधन में कार्यशाला के संयोजन की चर्चा करते हुए मन्दाकिनी महिला मंडल की अध्यक्षा, सरबरी दत्ता ने कहा कि प्रतिभागी बालिकाओं के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए हम सभी प्रयासरत हैं ताकि उनके जीवन में खुशियां भरी जा सके. इसके लिए बाढ़ प्रबंधन के सभी विभागाध्यक्ष, वरिष्ठ अधिकारीगण, कर्मचारीगण, मन्दाकिनी महिला मंडल की सभी सदस्याएं लोग दिन-रात मेहनत कर रहे हैं और हमे पूर्ण विश्वास है कि यहां से ये बच्चियां अपने हौसलों की उड़ान में जरूर गति प्राप्त करेंगी.
इस दौरान अनुमंडल पदाधिकारी, बाढ़ कुन्दन कुमार ने भी समारोह को संबोधित किया तथा एनटीपीसी बाढ़ के इस नेक प्रयास की सराहना करते हुए परियोजना प्रभावितों व एनटीपीसी में बेहतर सामंजस्य की दिशा में एक बेहतर कदम बताया. इस दौरान प्रतिभागी बच्चियों सहित उनके अभिभावक गण के साथ-साथ परियोजना के सभी वरिष्ठ अधिकारीगण-कर्मचारीगण बड़ी संख्या में उपस्थित रहे.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.