Bareilly News: बरेली में मंगलवार को मिशन शक्ति योजना (Mission Shakti Yojana) के तहत महिला आरक्षीगढ़ और दरोगाओं को महिलाओं की समस्या निराकरण एवं जागरूकता को लेकर प्रशिक्षण दिया गया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अपर पुलिस महानिदेशक एडीजी बरेली जोन राजकुमार ने मिशन शक्ति कार्यक्रम का शुभारंभ कर महिला सिपाहियों को संबोधित किया.
उन्होंने कहा कि, प्रत्येक महिला सिपाही को अपनी-अपनी बीट से संबंधित महिलाओं की जानकारी अपनी बीट बुक में दर्ज करनी होगी. बीट बुक को समय-समय पर पुलिस अफसर चेक करेंगे. एडीजी ने कहा कि महिला संबंधी कल्याणकारी योजनाओं के प्रति हर महिला को जागरूक करना हम लोगों की जिम्मेदारी है. पुलिस विभाग ने नारी सशक्तिकरण के लिए हेल्पलाइन नंबर 1090, 181, 112, 1098, 1076, 1930 और यूपी डॉट कॉप आदि के बारे में बताते हुए महिलाओं से आपातकाल में सुविधाओं का लाभ लेने की बात कही.
ग्रामीण क्षेत्र की महिला शिक्षामित्र, एएनएम, आंगनवाड़ी कार्यकत्री, आशा वर्कर आदि से समन्वय स्थापित करने की सलाह दी. बोले, व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर महिलाओं की समस्याओं का निराकरण कर सकते हैं. एडीजी ने मिशन शक्ति कार्यक्रम के अंतर्गत महिला बीट में अच्छा कार्य करने वाली पुलिसकर्मियों को सम्मानित करने की बात कही. उन्होंने बताया बरेली जोन में 177 थाने हैं. इनमें कुल 4778 बीट और 1653 बीट में महिला सिपाही हैं.
इसके साथ ही शक्ति मोबाइल, महिला हेल्प डेस्क, महिला साइबर, महिला पुलिस चौकी के माध्यम से नारी सशक्तिकरण एवं स्वावलंबन के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाने की बात कही. आईजी रमित शर्मा ने मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, निराश्रित महिला पेंशन योजना, उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन, बैंकिंग कौशल योजना आदि योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया.
एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने कहा कि, महिलाओं की समस्याओं को तत्काल सुनकर समाधान किया जाना चाहिए. इसके साथ ही महिलाओं से जुड़ी अन्य समस्याओं के बारे में भी जानकारी दी. इस दौरान जिला प्रोबेशन अधिकारी नीता अहिरवार, गिदो देवी महिला महाविद्यालय, बदायूं की प्राचार्य डॉ. वंदना शर्मा, महाराजा अग्रसेन महाविद्यालय की मनोवैज्ञानिक डॉ. नीतू शर्मा समेत तमाम प्रमुख अफसर शामिल हुए.
रिपोर्ट: मुहम्मद साजिद