Jharkhand Crime News: कोडरमा जिला अंतर्गत तिलैया पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का खुलासा किया है जो अलग तरह से इन दिनों बैंक खाते से पैसा उड़ा रहा था. गिरोह के चार सदस्यों को पुलिस ने बिहार से गिरफ्तार करते हुए इनके पास से एक स्वाइप मशीन, एटीएम कार्ड, मोबाइल समेत अन्य सामान बरामद किया है.
कैसे घटना को देते अंजाम
गिरफ्तार गिरोह के सदस्यों ने पुलिस को बताया कि वो लोग पहले एटीएम मशीन का लॉक तोड़कर खराब कर देते थे और जब कोई व्यक्ति यहां पैसे निकालने पहुंचता, तो उसका एटीएम कार्ड यहीं फंस जाता था. कार्ड फंसने पर व्यक्ति के वापस जाने के बाद गिरोह के सदस्य उक्त एटीएम कार्ड को ले लेते थे और फिर स्वैप मशीन के माध्यम से एटीएम कार्ड का उपयोग कर बैंक खाता से पैसे उड़ा लेते थे.
बिहार के गया से आरोपियों की हुई गिरफ्तारी
पुलिस ने गत दिन हुई इसी तरह की एक घटना को खुलासा करते हुए जिन चार लोगों को गिरफ्तार किया है उसमें राजेश कुमार (31 वर्ष) पिता विजय प्रसाद, अखिलेश कुमार (28 वर्ष) पिता विजय प्रसाद दोनों निवासी निमी टोला धनेता, रंजन कुमार (22 वर्ष) पिता मंटु पासवान उर्फ मटुक पासवान और सोनू पासवान (32 वर्ष) पिता परमेश्वर पासवान दोनों निवासी बुधौल थाना फतेहपुर जिला गया बिहार शामिल हैं.
ठगी की शिकायत दर्ज
इस मामले की जानकारी देते हुए तिलैया थाना प्रभारी अजय कुमार सिंह ने बताया कि थाना क्षेत्र के गांधी स्कूल रोड निवासी आयुष कुमार मोदी पिता मनोज कुमार मोदी द्वारा एटीएम में धोखाधड़ी कर रुपये की ठगी करने की शिकायत दर्ज कराई गई थी. इस कांड के उद्भेदन को लेकर एसपी कुमार गौरव के निर्देश पर विशेष टीम का गठन किया गया था. टीम ने अनुसंधान के क्रम में मिले साक्ष्यों के आधार पर छापेमारी कर बिहार के गया जिला अंतर्गत फतेहपुर थाना क्षेत्र से चार लोगों को गिरफ्तार किया. गिरफ्तार आरोपियों में राजेश और अखिलेश सगे भाई हैं.
गिरफ्तार आरोपियों के पास कई सामान बरामद
थाना प्रभारी ने बताया कि इन लोगों के पास से एटीएम कार्ड, स्वैप करने वाली एक मशीन, एसबीआई एटीएम का मास्टर कार्ड और तीन मोबाइल बरामद किया गया है. गिरोह के सदस्यों ने तिलैया के साथ-साथ कोडरमा में भी एक घटना को अंजाम देने का प्रयास किया था. थाना प्रभारी के अनुसार, ये लोग एटीएम कार्ड फंसा होने का झांसा देकर मोबाइल नंबर और पासवर्ड डालने की बात कहते थे. इसी दौरान ये पासवर्ड देख लेते थे और बाद में स्वैप मशीन या अन्य माध्यम से पैसे की निकासी कर लेते थे.
Posted By: Samir Ranjan.