Jharkhand news: गुमला जिले के 12 प्रखंड में 70 ईंट भट्ठा है. जिसमें 90 प्रतिशत भट्ठा अवैध है. ग्रीन जोन में नियम विरुद्ध ईंट भट्ठे संचालित है, जिससे पर्यावरण पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है. इसको देखते हुए गुमला डीसी सुशांत गौरव ने सभी अवैध भट्ठे को ध्वस्त करने का निर्देश दिया है. डीसी के निर्देश के बाद प्रशासन ने सभी अवैध भट्ठे को ध्वस्त करने की तैयारी की है.
डीसी का निर्देश
बता दें कि बिना पर्यावरण का लाइसेंस लिए ईंट भट्ठों का संचालन लंबे अरसे से हो रहा है. इन भट्ठों के संचालन में कई बड़े नेताओं का हाथ भी भट्ठे मालिकों के सिर पर है. नेताओं के कारण ही अबतक ईंट भट्ठे सुरक्षित था, लेकिन सरकार से मिले निर्देश के बाद गुमला डीसी ने सभी अवैध भट्ठों को अविलंब ध्वस्त करने की कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. इसके लिए जिला में एक टीम भी बना है. जिनके नेतृत्व में भट्ठों को ध्वस्त करना है.
ग्रीन जोन इलाकों में चल रहे ईंट भट्ठाें को हटाने का निर्देश
ग्रीन जोन इलाके में बहुत पहले ही भट्ठों को हटाने के लिए कहा गया था, लेकिन ग्रीन जोन से भट्ठे को हटाया नहीं गया और लंबे समय से चलता रहा. हालांकि, ग्रीन जोन में चलने वाले पांच ईंट भट्ठे मालिकों के खिलाफ मार्च 2022 में डीएमओ रामनाथ राय ने मामला दर्ज कराया था.
डीसी ने डीएमओ से पूछे सवाल
बता दें कि गुमला डीसी सुशांत गौरव ने डीएमओ रामनाथ राय से स्पष्टीकरण मांगा था कि ग्रीन जोन में क्यों ईंट भट्ठे का संचालन हो रहा है और अबतक भट्ठा संचालकों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं हुई. डीसी द्वारा मांगे गये स्पष्टीकरण में डीएमओ रामनाथ ने जवाब दिया था कि ग्रीन जोन में चलने वाले पांच भट्ठा मालिकों के खिलाफ दो माह पहले ही प्राथमिकी दर्ज की गयी है. डीएमओ ने कहा कि ग्रीन जोन में भट्ठा चलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.
करौंदी में एक भट्ठा किया ध्वस्त
गुमला शहर से सटे करौंदी गांव स्थित सत्यनारायण साहू के ईंट भट्ठा को बुधवार को गुमला प्रशासन ने बुलडोजर चलाकर ध्वस्त कर दिया. मौके पर डीएमओ रामनाथ राय, थाना प्रभारी विनोद कुमार व पुलिस बल थे. दोपहर में बारिश होने के कारण टीम देर शाम को करौंदी पहुंची और भटठा को ध्वस्त किया. जिस समय भटठा को ध्वस्त किया गया. वहां काफी संख्या में मजदूर थे. भट्ठा ध्वस्त होने के बाद इन मजदूरों का रोजगार छीन गया.
भट्ठा बंद, तो ये परेशानी होगी
गुमला के सभी ईंट भट्ठों को अगर बंद करा दिया गया तो गुमला जिले के विकास कार्यों पर व्यापक असर पड़ेगा. जिले में कई विकास के काम ठप हो जायेगा. यहां तक कि आम जनता जो घर बनाने व अन्य काम करा रहे हैं. उनके समक्ष भी संकट उत्पन्न होगी. पीएम आवास से लेकर कई सरकारी भवन का निर्माण कार्य बंद हो जायेगा. इधर, भट्ठों को ध्वस्त करने या बंद करने के निर्देश के बाद गुमला जिले में ईंट की कीमत भी बढ़ गयी है.
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रिपोर्ट : दुर्जय पासवान, गुमला.