Aligarh News: एएमयू में एमबीबीएस के स्टूडेंट्स को क्लास में आपत्तिजनक पाठ पढ़ाने वाले असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ जितेंद्र कुमार को अरेस्टिंग का डर सताने लगा है. अग्रिम जमानत के लिए अर्जी दी, कोर्ट ने अर्जी खारिज कर दी.
अरेस्टिंग से बचने के लिए अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ जितेंद्र कुमार ने जिला न्यायालय में अग्रिम जमानत के लिए अर्जी दायर की. जिला जज डॉक्टर बब्बू सारंग की अदालत ने असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ जितेंद्र कुमार की अग्रिम जमानत अर्जी को खारिज कर दिया. क्लास में आपत्तिजनक पाठ पढ़ाने पर एएमयू के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ जितेंद्र कुमार पर मुकदमा दर्ज दर्ज हुआ था. इसमें सभी साक्ष्य एकत्र कर लिए गए हैं. मामले की विवेचना मेडिकल चौकी प्रभारी नौशाद अली कर रहे हैं. सीओ तृतीय श्वेता पांडे ने बताया कि विवेचना के दौरान पीपीटी, पेनड्राइव व अन्य साक्ष्य एकत्र करने का काम पूरा हो गया है. अब मामले में अभियोजन की राय दी जाएगी, जिसके बाद जल्दी ही चार्जशीट दाखिल होगी.
एएमयू के कुलपति प्रो तारिक मंसूर ने जे एन मेडीकल कालिज के फोरेंसिक मेडिसिन विभाग के डाक्टर जितेन्द्र कुमार को मिसकंडक्ट के लिये हाल ही में निलंबित कर दिया था. इस मामले की जांच के लिये 4 सदस्यीय फैक्ट फाइंडिंग इंक्वायरी कमेटी बनाई थी, जो पिछले एक महीने से जांच ही कर रही है. एएमयू के जेएन मेडिकल कॉलेज में सहायक प्रोफेसर डॉ जितेंद्र कुमार पर यह आरोप है कि उन्होंने एमबीबीएस 2019 बैच के विद्यार्थियों को कक्षा में प्रोजेक्टर के माध्यम से दुष्कर्म विषय पर देवी-देवताओं के बारे में आपत्तिजनक बातें पढ़ाई थीं. एक स्टूडेंट ने उस पीपीटी का फोटो खींचकर ट्वीट किया था, इसके बाद मामला गरमाया. भाजपा के नेता डॉ निशित शर्मा ने थाना सिविल लाइंस में एएमयू असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ जितेंद्र कुमार के खून मुकदमा दर्ज कराया था. एएमयू ने डॉ जितेंद्र कुमार को कारण बताओ नोटिस जारी कर निलंबित कर दिया था.
रिपोर्ट : चमन शर्मा