वाल्मीकिनगर टाइगर रिजर्व के घने जंगल से वन्यजीवों का रिहायशी इलाकों में विचरण करना आम लोगों के लिए जान पर आफत बन गया है. इसी क्रम में शुक्रवार की सुबह लौकरिया थाना क्षेत्र अंतर्गत गोबरहिया गांव के गये तीन युवकों पर जंगली भैंसे (गौर) ने हमला कर दिया. जिसमें दो युवक बुरी तरह घायल हो गये. जबकि एक युवक को हल्की चोट आई है.
तीनों युवकों की पहचान मुसहरी टोली गोबरहिया निवासी मुन्ना मुसहर व गोबरहिया निवासी जितेंद्र महतो व भोला कुशवाहा के रूप में हुई है. भैंसा के हमले में गंभीर रूप से घायल मुन्ना मुसहर व जितेंद्र महतो को अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां उपचार हो रहा है और वह खतरे से बाहर हैं.
मदनपुर वन क्षेत्र के गोबरहिया गांव के समीप खेत में सब्जी तोड़ने गये लोगों ने बताया कि खेती करने के लिए जैसे ही घर से बाहर निकलकर गांव के समीप सरेह में पहुंचे. अचानक तिरहुत नहर के तरफ से दो जंगली भैंसों आये. जिनको देख लोगों में भगदड़ मच गयी. इसी दौरान जंगली भैंसों ने एक-एक कर तीन लोगों पर हमला बोल दिया. वही कई लोगों ने इधर उधर भाग कर अपनी जान बचाई.
बुरी तरह से जख्मी जितेंद्र महतो ने बताया कि सुबह में खेत की तरफ जैसे ही सब्जी तोड़ने गये तभी दो जंगली भैंसों ने हमला कर दिया. वही सरेह में शौच करने गये मुन्ना मुसहर ने बताया कि जंगली भैंसा को देख भागने की कोशिश किए लेकिन एक भैंसा ने उठा कर पटक दिया और मारता रहा. यदि समय पर लोगों की भीड़ नहीं जुटती तो भैंसा उन्हें मार डालता. वही आंशिक रूप से घायल भोला कुशवाहा ने बताया कि जितेंद्र महतो को बचाने के क्रम में भैंसा ने हम पर भी हमला बोल दिया. लेकिन गांव के लोगों के हो हल्ला करने पर एक भैसा छोड़ कर जंगल की तरफ भाग गया. जबकि दूसरा वहीं सरेह में झाड़ी में छिप गया.
मदनपुर वन क्षेत्र के प्रभारी वन क्षेत्र पदाधिकारी अमृता राज ने बतायी कि जंगली भैसों की हमला में तीन लोगों की घायल होने की सूचना मिली है. सूचना को गंभीरता से लेते हुए मदनपुर वन क्षेत्र के वनपाल व वनरक्षी के नेतृत्व में घायल जितेंद्र महतो (35 वर्ष), मुन्ना मुसहर (30 वर्ष) को अनुमंडलीय अस्पताल बगहा में भर्ती कराया गया है. फिलहाल दोनों का इलाज चल रहा है. वही भोला कुशवाहा (26 वर्ष) को आंशिक रूप से जंगली भैंसा ने घायल कर दिया है. जिसका स्थानीय स्तर पर इलाज कराया गया है. प्रभारी रेंजर ने बताया कि परिजनों की ओर से आवेदन मिलने पर मुआवजा राशि दिलाई जायेगी.
जंगली भैंसों की सूचना पर मदनपुर वन क्षेत्र के वनपाल रवि कुमार के नेतृत्व में वन कर्मियों की टीम की तैनाती कर दी गयी है. इसमें हरनाटांड़, गोनौली, वाल्मीकिनगर रेंज के वन कर्मी की तैनाती हुई है. फिलहाल गांव के लोगों को खेतों के तरफ जाने से रोक लगा दिया गया है. वन कर्मियों की टीम चप्पे-चप्पे पर तैनात है. गांव के बाहर सभी की नजर जंगली भैंसा पर टिका हुआ है. भैंसों की मूवमेंट की जानकारी वरीय पदाधिकारी को पल पल दी जा रही है.
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वन विभाग की छह घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद गोबरिया गांव के खेत के झाड़ी में छिपा जंगली भैंसा बोदसर और पटेसरा सरेह की ओर मूवमेंट कर दिया है. वही दूसरा भैंसा गोबरहिया गांव के समीप जंगल में डेरा डाले हुए हैं. दोनों जंगली भैंसों की चहलकदमी से गांव के लोग में डर का माहौल बन गया है. लोगों की अपनी जान माल की सुरक्षा सताने लगी है.
इधर वीटीआर के वन संरक्षक सह क्षेत्र निदेशक डॉ. नेशामणि के ने कहा कि वन विभाग के वन अधिकारी को मामले की जांच पड़ताल के निर्देश दिये गये हैं. वीटीआर के जंगल से भटके जानवरों को वापस लौटाने के लिए लगातार अधिकारी खुद प्रयास कर रहे हैं. जानवरों के निगरानी के लिए भी निर्देश दिये हैं तथा जंगली भैसों की निगरानी के वन कर्मियों की टीम को हाई अलर्ट कर दिया गया है.