Purnea: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को पूर्णिया में 105 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित राज्य के पहले इथेनॉल उत्पादन इकाई का स्विच ऑन कर शुभारंभ किया. पूर्णिया के परोरा, गणेशपुर में स्थापित इथेनॉल उत्पादन इकाई केंद्र और राज्य की इथेनॉल पॉलिसी-2021 के बाद देश का पहला ग्रीन फील्ड ग्रेन बेस्ड इथेनॉल प्लांट है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शिलापट्ट का अनावरण और फीता काटने के बाद स्विच ऑन कर इथेनॉल प्लांट की शुरुआत की. उन्होंने मिलिंग सेक्शन, पावर प्लांट 25 टीपीएच एएफबीसी बॉयलर, वाटर ट्रीटमेंट प्लांट, डीडीजीएस ड्रॉयर सेक्शन, प्लांट की उत्पादन क्षमता, रोजगार सृजन किसानों को मिलनेवाले लाभ आदि के संबंध में जानकारी ली.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि आज यहां पहले इथेनॉल प्लांट की शुरुआत हो गयी है. यह बड़ी खुशी की बात है कि यहां मक्का, गन्ना, चावल से एथेनॉल का उत्पादन होगा. पहले पेट्रोल-डीजल में इथेनॉल के उपयोग की सीमा 10 प्रतिशत तय की गयी थी. लेकिन, अब इसका उपयोग 20 प्रतिशत तक होगा. पेट्रोल और डीजल बाहर से मंगाना पड़ता है.
उन्होंने कहा कि अगर इथेनॉल बनेगा, तो इससे देश को काफी लाभ होगा. सीमांचल के लोगों को भी इसका भरपूर लाभ मिलेगा. बिहार में उद्योग का विस्तार हो रहा है. अन्य जगहों के लिए भी इथेनॉल प्लांट की तैयारी पूरी हो चुकी है. बिहार में मक्के का उत्पादन अधिक होता है. लेकिन, सब बाहर चला जाता है. यहां इथेनॉल प्लांट लगने से आसपास के किसानों को लाभ होगा.
बिहार सरकार के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने इस मौके पर बताया कि ईस्टर्न इंडिया बायोफ्यूल्स लिमिटेड के इस इथेनॉल प्लांट में मक्का-चावल से 65 हजार लीटर इथेनॉल का उत्पादन प्रतिदिन होगा. इस मौके पर खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री लेशी सिंह, पूर्णिया के सांसद संतोष कुशवाहा समेत अन्य नेता और जनप्रतिनिधि मौजूद रहे.
इथेनॉल प्लांट से प्रतिदिन 27 टन डीडीजीएस यानी एनीमल फीड बनाने के लिए जरूरी पोषक तत्व का उत्पादन बायप्रोडक्ट के रूप में किया जायेगा. पूर्णियावासियों के लिए खुशी की बात है कि इसके यहां खुलने से किसानों को लाभ तो मिलेगा ही, रोजगार के नये अवसर भी मिलेंगे.