पटना. राज्य में घूमने आने वाले पर्यटकों को अब सभी पर्यटन स्थलों पर छोटी गाड़ियां मिल सकेंगी. इसको लेकर पर्यटन विभाग ने तैयारी शुरू की है. इन गाड़ियों का परिचालन लोकल पर्यटन स्थलों पर होगा और इसमें सिर्फ पर्यटकों को जगह मिलेगी, ताकि उन्हें एक जगह से दूसरी जगह पर जाने में किसी तरह की परेशानी नहीं हो. विभाग की समीक्षा बैठक में यह बात सामने आयी है कि शराबबंदी के बावजूद बिहार में आने वाले पर्यटकों की दिलचस्पी कम नहीं हो रही है. देश के लोगों की कौन कहे, विदेशी पर्यटकों को भी बिहार भा रहा है.आलम यह है कि मौज-मस्ती के लिए चर्चित राज्यों से अधिक विदेशी पर्यटक बिहार आ रहे हैं.
छोटी गाड़ियों में आठ और 12 सीट की गाड़ियां अधिक होंगी. जिसमें पर्यटक चाहे, तो गाइड भी रख पायेंगे. इन सभी गाड़ियों का विभाग के पास डेटा होगा. इसका रेट भी विभाग की ओर से तय किया जायेगा, ताकि पर्यटकों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो. देश और विदेश से आने वाले पर्यटक परिवार के साथ आराम से आसपास में घूम पायेंगे.
बिहार में पर्यटकों की संख्या हर साल बढ़ रही है. ऐसे में सरकार ने पर्यटकों की सुरक्षा और उनके लिए सुविधाएं बढ़ाने को लेकर कई सार्थक कदम उठाया गया है. पर्यटकों को कई जगहों पर वाइफाइ की सुविधा भी दी जा रही है. होटलों और रेस्टोरेंट को बेहतर किया गया है.
विदेशी पर्यटकों में महाराष्ट्र आने वालों की संख्या 17.6 फीसदी है.इसके बाद तामिलनाडू है.यहां 17.1 फीसदी विदेशी पर्यटक आ रहे हैं.तीसरे पायदान पर उत्तर प्रदेश है. यूपी में 12.4 फीसदी विदेशी पर्यटक आ रहे हैं. बिहार में विदेशी पर्यटकों के आने का अनुपात 4.2 फीसदी है. शीर्ष 10 राज्यों में बिहार नौवें पायदान पर है.गोवा में आने वाले विदेशी पर्यटकों की संख्या मात्र 4.2 फीसदी है और यह 10वें पायदान पर है.