पटना. दिल्ली, मुंबई व यूपी आदि राज्यों में कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है. रेलवे स्टेशन के बाद अब पटना एयरपोर्ट पर भी सख्ती बढ़ा दी गयी है. मंगलवार को सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी सिंह व एयरपोर्ट के निदेशक की देखरेख में एयरपोर्ट परिसर में एक बैठक आयोजित की गयी थी. जिसमें कई अहम बिंदुओं पर निर्णय लिया गया.
डॉ विभा सिंह ने कहा कि पटना फ्लाइट से आने वाले सभी यात्रियों की बुधवार से जांच अनिवार्य कर दी गयी है. इसके लिए तीन टीमें एयरपोर्ट पर अलग-अलग शिफ्टों में तैनात रहेंगी. मंगलवार को 25 यात्रियों की जांच की गयी इसमें कोई भी पॉजिटिव नहीं निकला. जांच कराने के लिए बार-बार एनाउंसमेंट किया जायेगा. वहीं संदिग्ध यात्रियों की आरटीपीसीआर जांच करायी जायेगी. पॉजिटिव आते हैं तो क्वारेंटिन या फिर होमआइसोलेशन में रखा जायेगा.
पटना . जिले में बच्चों का वैक्सीनेशन अभियान धीमी गति से चल रहा है. स्थिति यह है कि 12 से 14 आयु वर्ग के सिर्फ 32 प्रतिशत बच्चों को वैक्सीन का डोज दिया गया है. इस आयु वर्ग के करीब 68 प्रतिशत बच्चों ने वैक्सीन अब तक नहीं ली है. दूसरी ओर 15 से 17 आयु वर्ग में 54% बच्चों ने पहला डोज और 67% ने दूसरा डोज भी ले लिया है. बच्चों का यह वैक्सीनेशन अभियान तब भी तेजी से नहीं बढ़ रहा है, जबकि स्कूलों में पहुंच कर उन्हें वैक्सीन लगायी जा रही है.
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जिले में 2214 मध्य और हाइ स्कूल में वैक्सीनेशन कैंप लगना था. इसमें से 1723 स्कूलों में कैंप लग चुका है, जिसमें 312 शहरी और 1411 ग्रामीण स्कूल शामिल हैं. ज्यादातर स्कूलों में कैंप लगने के बाद भी बच्चों का वैक्सीनेशन अभियान पिछड़ा हुआ दिख रहा है, इसके दो कारण सामने आ रहे हैं. पहला, स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति कम रह रही है, दूसरा गर्मी को देखते हुए बहुत से अभिभावक बच्चों को अभी वैक्सीन लगाने से डर रहे हैं.