अहमदाबाद : दिल्ली के बाद अब गुजरात में साबरकांठा रामनवमी हिंसा के आरोपियों के घर पर सरकारी बुलडोजर चलाया गया है. मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार, मंगलवार को गुजरात के साबरकांठा में रामनवमी के अवसर पर हुई हिंसा के आरोपियों के घर पर बुलडोजर चलाकर उसे ढहा दिया गया है. खबर यह भी है कि मौके पर सरकारी बुलडोजर पहुंचने के बाद कुछ लोग खुद ही अपना घर गिराने लगे. गुजरात के खंभात और साबरकांठा जिले के हिम्मतनगर में रामनवमी के जुलूस पर पथराव किया गया था. सांप्रदायिक झड़पों के बीच भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले भी छोड़ने पड़े थे.
हिंदी की वेबसाइट आज तक की खबर के अनुसार, मंगलवार को साबरकांठा जिले के हिम्मतनगर में प्रशासन की ओर से अवैध अतिक्रमण हटाने के लिए बुलडोजर चलाया गया. बताया जा रहा है कि प्रशासन के बुलडोजर ने हिम्मतनगर में उन लोगों के घरों को भी ढहा दिया है, जिनका नाम रामनवमी के दौरान हुई हिंसा में शामिल है.
पुलिस के एक अधिकारी के अनुसार, गुजरात के साबरकांठा जिले के हिम्मतनगर शहर के छपरिया इलाके में 10 अप्रैल की दोपहर बाद जब रामनवमी का जुलूस निकला गया, तो दो समुदायों के लोगों ने एक दूसरे पर पथराव शुरू कर दिया. उन्होंने कहा कि पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े. बाद में स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए शहर के बाहर से अतिरिक्त पुलिस बल को बुलाया गया.
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इसके बाद राज्य के गृहमंत्री हर्ष सांघवी ने हिंसाग्रस्त इलाके का दौरा किया था. मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, साबरकांठा जिले के हिम्मतनगर हिंसा मामले में करीब 20 लोगों की गिरफ्तारी की गई थी. खबर यह भी है कि पारिवारिक सुरक्षा के मद्देनजर रामनवमी के मौके पर हुई हिंसा के बाद कई परिवार इलाके से विस्थापित होने लगे थे. हालांकि, पथराव की घटना के बाद पुलिस ने एहतियातन इलाके में धारा 144 लागू कर दिया था.