Banka: जिले के बौंसी में केंद्रीय पर्यावरण वन और जलवायु परिवर्तन और उपभोक्ता मामले खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने पत्नी नीता चौबे के साथ सोमवार को ऐतिहासिक मंदार पर्वत की परिक्रमा की और पौधरोपण भी किया. सुबह में सबसे पहले पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ ऐतिहासिक मधुसूदन मंदिर में भगवान मधुसूदन के भव्य स्नान और पूजन कार्यक्रम में भाग लिया. साथ ही मधुसूदन मंदिर के सामने स्थित कालियानाथ शिवलिंग में भी पूजा-अर्चना की.
केंद्रीय मंत्री ने मंदार पर्वत की तराई स्थित अष्ट कमल लक्ष्मी नारायण मंदिर में मत्था टेक कर देश के अमन चैन और खुशहाली की कामना की. साथ ही पर्यटन विभाग के बैटरी चलित ई-रिक्शा से मंदार की परिक्रमा की. उन्होंने वन विभाग के गेस्ट हाउस में पौधरोपण भी किया. उन्होंने पीपल, चंदन, रुद्राक्ष सहित अन्य पौधे लगाये. मंदार की अतिक्रमित जमीन को अविलंब मुक्त कराने का निर्देश अंचलाधिकारी विजय कुमार गुप्ता को दिया.
परिक्रमा पथ पर गुजर रहे केंद्रीय मंत्री ने मनरेगा मजदूरों द्वारा कराये जा रहे तालाब निर्माण कार्य का जायजा लिया. इस मौके पर उन्होंने कहा कि अगर 5-5 कुदाल क्षेत्र के लोग तालाब निर्माण में लगाएं, तो यह तालाब आसानी से बन जायेगा. अगर पहाड़ को तोड़ कर दशरथ मांझी रास्ता निकाल सकते हैं, तो यह काम उतना मुश्किल नहीं है. आजादी के 75वें वर्ष में प्रधानमंत्री द्वारा संपूर्ण देशवासियों को आत्मनिर्भर भारत बनाने का संकल्प दिलाया है. सभी जनप्रतिनिधि और सभी जनता मिलकर उनके संकल्प को पूरा करने के लिए हर गांव में आजादी के 75वें अमृत महोत्सव के मौके पर 75 तालाब का निर्माण करेंगे, जो राष्ट्र को समर्पित होगा. यह तालाब बना कर शहीदों और स्वतंत्रता सेनानियों को समर्पित किया जायेगा.
केंद्रीय मंत्री ने मंदार पर्वत के मध्य स्थित चक्रावत कुंड की साफ-सफाई और जीर्णोद्धार के लिए चार लाख की राशि देने की घोषणा की. मालूम हो कि इस कुंड को कुछ लोग सीता कुंड के नाम से भी जानते हैं. इसकी साफ-सफाई व अन्य कार्य के लिए लगातार समाजसेवियों द्वारा अपनी आवाज बुलंद की जा रही थी, जिनमें से बांका के राहुल डोकानिया का नाम अगली पंक्ति में शामिल है. इसकी साफ-सफाई और सौंदर्यीकरण के बाद यह और भी आकर्षक दिखेगा.
केंद्रीय मंत्री ने मंदार पर्वत शिखर स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर, मां कामाख्या मंदिर, गौशाला इत्यादि के जीर्णोद्धार के लिए पहल करने की बात कही. उन्होंने कहा कि इसके लिए विभागीय पदाधिकारियों और अन्य मंत्रालयों से बात कर इसका जीर्णोद्धार जल्द कराया जायेगा. साथ ही गौशाला में गाय के खानपान व अन्य कार्य के लिए 51000 की राशि अपने निजी कोष से देने की बात कही.