होली के दौरान गत 20 मार्च को जिले में जहरीले पदार्थ के सेवन से करीब दर्जन संदिग्धों मौत के मामले में बांका पुलिस का लगातार अनुसंधान अब मुकाम पर आ गयी है. इस बावत एसपी अरविंद कुमार गुप्ता ने गुरुवार को एक प्रेसवार्ता कर पुलिस केंद्र के प्रशिक्षु सिपाही चंदन कुमार के संदेहास्पद मौत का खुलासा किया है. एसपी ने बताया है कि स्वयं चंदन कुमार ने मौत के पहले एक बयान दिया था. कि उन्होंने शराब का सेवन किया था. जिसके पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी संदेहास्पद जहरीले पदार्थ के सेवन की बात सामने आयी है.
पुलिस के द्वारा चंदन कुमार का बेसरा रिपोर्ट के लिए पटना एसएफएल को भेजा गया है. जिसकी फाइनल रिपोर्ट पुलिस को प्रतिक्षा है. उसकी मौत के बाद पुलिस ने बांका थाना में एक यूडी केस दर्ज किया था. जिसके बाद पुलिस के द्वारा मामले की जांच शुरू की गयी. जिसमें पुलिस ने गुरुवार को मृतक प्रशिक्षु सिपाही को शराब मुहैया कराने वाले बांका थाना के डोमाखांड निवासी विक्रम लैया को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
एसपी ने बताया है कि यह शराब कारोबारी दिव्यांग है. जिन्हें सरकार के द्वारा ट्राई साईकिल भी मिला है. इनके द्वारा पुलिस केंद्र के आसपास अपने ट्राई साइकिल से शराब की होम डिलीवरी किया जाता था. पुलिस की पूछताछ में मृतक सिपाही को भी शराब मुहैया कराने की बात स्वीकार की है. पुलिस की छापामारी में इनके घर के पीछे एक झाड़ी से चार बोतल इंम्पेरियर ब्लू बरामद हुआ है. जांच में यह शराब भी जहरीला पाया गया है.
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दिव्यांग शराब तस्कर ने पुलिस को बताया है कि गोड्डा झारखंड से सुनील व प्रमोद की मदद से शराब लाकर यहां बेचा करते थे. पुलिस ने उक्त शराब तस्कर का ट्राई साइकिल व उसके पास से एक डायरी बरामद किया है, शराब बरामदगी के मामले में पुलिस ने पहले बांका थाना में एक यूडी केस कांड संख्या 258/22 बिहार मद्य निषेध एवं उत्पाद संशोधन अधिनियम के अंतर्गत विक्रम लैया एवं गोड्डा झारखंड के सुनील व प्रमोद के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज किया है. बाद में अनुसंधान के बाद मामला हत्या में तब्दील हो गया है.
पुलिस ने पुन: कांड संख्या 259/22 को विक्रम लैया, सुनील व प्रमोद के ऊपर गत 20 अप्रैल को हत्या एवं बिहार मद्य निषेध एवं उत्पाद संशोधन अधिनियम के अंतर्गत प्राथमिकी दर्ज की है. जो पुलिस अवर निरीक्षक सुजीत वारसी के बयान पर दर्ज की गयी है. एसपी ने बताया है कि पुलिस ने झारखंड में बनने वाली जहरीला शराब के मामले में करीब एक दर्जन लोगों को चिन्हित किया है. सबों के विरुद्ध वारंट भी पुलिस को प्राप्त हो गया है. जल्द ही ऐसे लोगों को गिरफ्तार कर लिया जायेगा. एसपी ने बताया है कि मृतक प्रशिक्षु सिपाही के परिजनों को कोई भी सरकारी लाभ नहीं दिया जायेगा. क्योंकि उनके शराबबंदी में शराब सेवन किया गया था.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan