Jharkhand news: दुमका के गोपीकांदर स्थित अनुसूचित जनजाति आवासीय विद्यालय के प्रभारी हेडमास्टर कुमार सुमन के मनमाने रवैये के खिलाफ आदिम जनजाति वर्ग के छात्रों का आक्रोश फूट पड़ा. इन छात्रों ने जातिसूचक टिप्पणी करने और मेन्यू अनुसार भोजन नहीं देने का आरोप लगाते हुए लिखित शिकायत दर्ज करायी है. इस केस का अनुसंधान एसडीपीओ नूर मुस्तफा अंसारी द्वारा किया जायेगा.
क्या है मामला
छात्रों का आरोप है कि गोपीकांदर के अनुसूचित जनजाति आवासीय विद्यालय के प्रभारी हेडमास्टर कुमार सुमन मेन्यू के अनुसार भोजन नहीं खिलाते. निर्धारित दिन को उन्हें भोजन में अंडा भी नहीं देते. मांगने पर डराते-धमकाते हैं. साथ ही जातिसूचक टिप्पणी करते हैं. इसके अलावा पढ़ाई भी नहीं कराते. लाइब्रेरी भी नहीं खोलते. कंप्यूटर की शिक्षा का वे लाभ भी नहीं ले पा रहे हैं. छात्रों की यह भी शिकायत है कि वे दो बजे आते हैं और चावल-आलू देकर चले जाते हैं.
प्रभारी हेडमास्टर पर जातिसूचक टिप्पणी करने का आरोप
छात्रों का आरोप है कि कई बार प्रभारी हेडमास्टर को मेन्यू के अनुसार भोजन नहीं मिलने की शिकायत की, लेकिन हर बार छात्रों से बुरा व्यवहार करते हैं. वहीं, जातिसूचक टिप्पणी करते हुए डराते-धमकाते भी रहते हैं. इससे आहत होकर ही छात्रों ने थाना में मामला दर्ज कराने का मन बनाया.
मंगलवार को डीसी ने किया था निरीक्षण
मंगलवार को डीसी रविशंकर शुक्ला ने भी इस स्कूल का निरीक्षण किया था और वहां की अव्यवस्था पर नाराजगी जतायी थी. छात्रावास बनकर तैयार रहने के बाद भी हैंडओवर नहीं हुआ था. लाइब्रेरी बच्चों के लिए नहीं खोले जाने की भी बात सामने आयी थी.
Posted By: Samir Ranjan.