पटना. पटना डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह गुरुवार को सुबह दस बजे औचक निरीक्षण के लिए गर्दनीबाग स्थित कन्या मध्य विद्यालय, अमला टोला पहुंचे. यहां पहुंचने के बाद सबसे पहले उन्होंने रसोई घर की साफ-सफाई का निरीक्षण किया. डीएम ने इस दौरान बच्चों के साथ पंक्तिबद्ध होकर मध्याह्न भोजन योजना के तहत पका खाना खाया और भोजन की गुणवत्ता की जांच की.
साप्ताहिक मेनू के अनुसार गुरुवार को चावल, हरी-सब्जी युक्त मिश्रित दाल एवं सलाद बना था. डीएम ने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि विद्यालय में साफ-सुथरे ढंग से भोजन पकाने की सुविधा है. इस दौरान उन्होंने विद्यार्थियों से बातचीत की, बच्चे भी भोजन की गुणवत्ता से काफी खुश थे. उन्होंने विद्यालय को एमडीएम योजना के क्रियान्वयन में शत-प्रतिशत अंक दिया.
उन्होंने विद्यालय के प्रधानाध्यापक, शिक्षकों एवं रसोइयों को भोजन की गुणवत्ता हमेशा बरकरार रखने के लिए प्रोत्साहित किया. डीएम ने कहा कि जिले में एमडीएम योजना का सफल क्रियान्वयन तथा भोजन के पोषक मानकों और क्वालिटी को सुनिश्चित करना सभी का दायित्व है. इससे खाद्य-सुरक्षा तथा प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक शिक्षा के सार्वभौमीकरण के लक्ष्य को प्राप्त करने में सहायता मिलेगी.
अपने बीच डीएम को पाकर बच्चे काफी खुश महसूस कर थे. डीएम ने विद्यार्थियों को उनके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी. डीएम ने शिक्षकों से और रसोइयों से बातचीत की और उनकी समस्याओं के बारे में पूछा. उन्होंने कहा कि रसोइया मध्याह्न भोजन योजना के मुख्य आधार-स्तंभ हैं. डीएम डॉ सिंह ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को रसोइयों का मानदेय भुगतान अद्यतन करने का निर्देश दिया है.
इस दौरान डीएम ने कहा कि पूरे जिले में 3,149 प्राथमिक एवं मध्य विद्यालय एमडीएम से आच्छादित हैं. प्रतिदिन लगभग 4,25,000 बच्चे इससे लाभान्वित होते हैं. उन्होंने कहा कि जिले में सुगमता एवं सफलतापूर्वक एमडीएम का संचालन हो रहा है. उन्होंने कहा कि जिले के विद्यालयों में संचालित मध्याह्न भोजन योजना की अनवरत गुणवत्ता एवं मात्रा को सुनिश्चित करने के लिए वह नियमित तौर पर औचक निरीक्षण करते रहेंगे.