भोजपुर. देश की सुरक्षा में तैनात बीएसएफ का फर्जी आइकार्ड बना कर हथियारों की तस्करी में शामिल दो तस्करों को पटना एसटीएफ व जीआरपी ने बुधवार को गिरफ्तार किया. पुलिस ने इनके पास से एक रेगुलर डीबीबीएल गन, 7.62 एमएम का एक पिस्टल, एक मैग्जिन, बीएसएफ का जाली आइ कार्ड, .7.6 बोर के 404. बंदूक की 10 गोलियां व .315 के 140 कारतूस, जम्मू-कश्मीर एवं नागालैंड के फर्जी लाइसेंस, 700 रुपये और दो मोबाइल बरामद किये हैं.
पकड़ा गया एक आरोपित भोजपुर जिले के शाहपुर थाना क्षेत्र के बरिसवन गांव का रहने वाला विक्की तिवारी है तथा दूसरा आरोपित रोहतास जिले के नोखा थाना क्षेत्र के गम्हरिया का रहने वाला है. इसकी जानकारी बुधवार को रेल डीएसपी प्रशांत कुमार ने दी. डीएसपी प्रशांत कुमार ने बताया कि चार-पांच साल से नागालैंड एवं जम्मू-कश्मीर के फर्जी लाइसेंस बनाकर गोलियां एवं हथियार खरीद-बिक्री करने का काम करते थे.
गिरफ्तार विक्की तिवारी एवं वीरमन तिवारी के पास से जम्मू-कश्मीर तथा नागालैंड के फर्जी हथियार के लाइसेंस मिले हैं. हथियार का लाइसेंस बेचने के नाम पर कस्टमर से एक से डेढ़ लाख रुपये लिये जाते थे. पुलिस ने यह भी पता लगाया कि जम्मू-कश्मीर एवं नागालैंड का फर्जी लाइसेंस किन-किन लोगों को दिया गया है.
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पश्चिम चंपारण के चौतरवा पुलिस ने बुधवार को 43 हजार 500 रुपये के जाली नोट बरामद किया है. इस मामले में दो लोगों को हिरासत में लिया गया है. चौतरवा थाने के लक्ष्मीपुर गांव के शिवराज यादव ने मोबाइल से 43 हजार 500 रुपये गांव के एक व्यक्ति के खाता में भेज दिया. शिवराज यादव ने जाली नोट मामले की जानकारी मंगलवार की शाम चौतरवा पुलिस को दे दी. जाली नोट मामले में पुलिस दो संदिग्धों से पूछताछ करने में जुट गयी है. जाली नोट मामले का खुलासा उस समय हुआ जब शिवराज यादव से कहा गया कि तुम अपने मोबाइल से 43 हजार 500 रुपये एक व्यक्ति के खाते में डाल दो. रुपये शिवराज ने खाते में डाल दिया. इसके बाद जाली नोट उसे थमा दिये.