गुवाहाटी: असम के मुख्यमंत्री हिमंता विस्व सरमा ने लाउडस्पीकर विवाद समेत कई मुद्दों पर बेबाकी से अपनी राय रखी है. उन्होंने कहा है कि हाल के कुछ दिनों में ऐसा देखा जा रहा है कि हमारी सभ्यता के मूल्यों पर हमले हो रहे हैं. इसलिए इम्तहान के समय अगर लाउडस्पीकर बंद करने की जायज मांग हो रही है, तो मत बजाइए. एक सेक्युलर राष्ट्र में हमारी जिम्मेदारी है कि अगर कोई चीज स्टूडेंट्स या अन्य समुदाय के लोगों को परेशान करती है, तो उसे बंद कर देना चाहिए.
हिमंता विस्व सरमा ने पीएफआई और सीएफआई पर प्रतिबंध लगाने के मुद्दे पर भी बात की. कहा कि इस बात की जांच चल रही है कि पीएफआई और सीएफआई के तार कहीं कट्टरपंथियों और जिहादियों से तो नहीं जुड़े हैं. मैं अभी इस बारे में स्पष्ट कुछ नहं कह सकता. लेकिन, हमने केंद्र सरकार से आग्रह किया है कि उनकी कट्टरपंथी गतिविधियों को देखते हुए पीएफआई और सीएफआई पर प्रतिबंध लगाया जाये.
असम के मुख्यमंत्री ने कहा कि असम हमेशा से कट्टरपंथी गतिविधियां संचालित करने वालों का पसंदीदा स्थल रहा है. अगर आप पिछले एक दशक पर नजर डालेंगे, तो पायेंगे कि कई बार कट्टरपंथियों ने असम में अपना आधार बनाने की कोशिश की. उन्होंने अपने मददगारों के जरिये असम में अपनी जड़ें गहरी करने की कोशिश की, लेकिन असम पुलिस ने उनके मंसूबों को कभी कामयाब नहीं होने दिया.
Also Read: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने मुस्लिम बुद्धिजीवियों के साथ जनसंख्या विस्फोट पर की चर्चा, जल्दी ही लिया जायेगा कोई बड़ा फैसला…
उन्होंने कहा कि राज्य जिहादियों के खिलाफ एकीकृत कार्रवाई की जाती है. हमें सेंट्रल एजेंसियों से इस बात के संकेत मिले हैं कि कुछ जेहादी तत्व राज्य में हैं. हमने उस सूचना के आधार पर कार्रवाई भी की है. जांच जारी है. उन्होंने कहा कि जेहादियों के नेक्सस का जल्द खुलासा होगा.
कांग्रेस से नेताओं के पलायन के मुद्दे पर भी हिमंता विस्व सरमा ने अपनी राय रखी. उन्होंने कहा कि 9-10 कांग्रेस विधायकों ने राज्यसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार के पक्ष में वोट किया. अगर कल को फिर राज्यसभा के चुनाव होते हैं, तो कांग्रेस के कई विधायक हमारे उम्मीदवार के पक्ष में वोट करेंगे. उन्होंने कहा, मैं नहीं कह सकता कि ये दोस्ती है या विश्वासघात, लेकिन वे हमारे पक्ष में वोट करेंगे.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कई नेता मेरे बहुत करीब हैं. उन नेताओं में रिपुन बोरा भी शामिल हैं. रिपुन बोरा रविवार को ही तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए हैं. उन्होंने कहा कि मैंने कांग्रेस में 22 बेहतरीन साल बिताये हैं. बहुत से लोग हैं, जो भाजपा में शामिल होना चाहते हैं. हमारे साथ चलना चाहते हैं. लेकिन, उनके लिए जगह बनानी होगी.
Also Read: असम में लग सकता है लॉकडाउन, शपथ ग्रहण के बाद मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने दिये संकेत
उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में कुछ लोग हमारे साथ आयेंगे. जो लोग भारतीय जनता पार्टी में शामिल नहीं हो पायेंगे, वे भी कांग्रेस छोड़कर कसी न किसी पार्टी में शामिल होंगे. लोगों को अब यह अहसास हो गया है कि राज्य या देश में कांग्रेस का अब कोई भविष्य नहीं रह गया है.