UP Board Exam 2022: यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाओं में नकल माफियाओं पर लगातार कार्रवाई के बाद भी नकल का सिलसिला जारी है. पेपर लीक मामले से लेकर सॉल्वर गैग, सरकार के लिए बड़ी चुनौती बन चुके हैं. नकल रोकने के लिए प्रशासन की हर संभव कोशिश नाकाम साबित हो रही है. इस बीच प्रशासन नकल पर रोक के लिए परीक्षा केंद्रों पर हाईस्पीड प्रिंटर लगाने पर विचार कर रहा है. हालांकि, ये प्रयास कितना कारगर साबित होगा हैय. ये देखने वाली बात होगी.
दरअसलस, मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र की अध्यक्षता में पिछले दिनों माध्यमिक शिक्षा विभाग के अफसरों की बैठक हुई. इसमें मंथन किया गया कि कुछ ऐसा किया जाए, जिससे कि प्रश्न पत्र लीक होने की नौबत ही ना आए. इसके लिए माध्यमिक कॉलेजों में हाईस्पीड प्रिंटर लगाना एक बेहतर विकल्प माना गया. मीटिंग में कहा गया कि नकल रोकने के लिए सभी कॉलेजों में सीसीटीवी कैमरे, वॉइस रिकॉर्डर, राउटर, डीवीआर आदि पहले से लगे हैं.
मीटिंग में बताया गया कि, राज्य जिला मुख्यालय पर कंट्रोल रूम से परीक्षा कक्षों की ऑनलाइन मॉनीटरिंग के लिए वेबकास्टिंग का उपयोग हो रहा है. कॉलेजों में हाईस्पीड इंटरनेट और परीक्षा के दौरान बिजली न कटे इसके लिए जनरेटर और इनवर्टर की भी व्यवस्था पहले से की गई है.
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बोर्ड के मुताबिक, हाईस्कूल और इंटर के हर कॉलेज के प्रधानाचार्य को यूजर आईडी और पासवर्ड मुहैया कराया गया है. हाईस्पीड प्रिंटर के जरिए परीक्षा के कुछ मिनट पहले ही केंद्र पर प्रश्नपत्र प्रिंट हो सकेगा. इस तकनीक के जरिए पेपर लीक जैसे मामलों पर तो रोक लगेगी ही. साथ ही पेपर छपवाने और केंद्रों तक भिजवाने का खर्च भी बच जाएगा. साथ ही पेपर को सुरक्षित रखने की चिंता भी खत्म हो जाएगी. अगर प्रशासन का यह प्रयोग सफल साबित होता है, तो पेपर लीक मामले पर रोक लगाने की दिशा में एक बड़ा सुधार माना जा सकता है.
Posted By: Sohit Kumar