Ramadan 2022: झारखंड के लातेहार जिले के महुआडांड़ प्रखंड अंतर्गत अम्वाटोली पंचायत की मुस्लिम बस्ती के लोग भीषण गर्मी एवं पवित्र रमज़ान के महीने में पेयजल संकट से जूझ रहे हैं. बस्ती में लगभग 200 घर है. इस बीच एकमात्र चापाकल है. चालू चापाकल में 2018 में सोलर रहित पानी टंकी 14वीं वित्तीय योजना से लगायी गयी, लेकिन सोलर प्लेट टूट जाने के कारण टंकी से पानी नहीं आ रहा है. इस कारण बस्ती की महिलाओं को पीने के पानी के लिए प्रखंड मुख्यालय परिसर और संत जेवियर स्कूल तक भटकना पड़ रहा है.
रोजेदार महिलाओं को काफी परेशानी
रोजेदार महिलाएं पानी को लेकर कड़ी धूप में परेशान रहती हैं. बस्ती के शमीम अंसारी ने कहा कि टंकी का सोलर टूटने से मोटर बन्द है. टंकी चालू था तो आसानी से पानी मिल जाता था. इसे बनाने के लिए आवेदन भी दिया गया है, लेकिन सुनवाई नहीं हुई. तब जाकर रमज़ान के चांद रात के दिन हमलोगों के द्वारा केवल चापाकल मरम्मत कराया गया है, लेकिन पानी बहुत कम निकल रहा है. एकमात्र चापाकल होन के कारण महिलाओं की भीड़ लगी रहती है.
दो महीने बाद भी सुनवाई नहीं
अनवरी बीबी, तैबून बीबी, शबनम बीबी, शमीमा खातून, नूरेसा खातून, राबो खातून, मोमिना खातून ने कहा कि इस चापाकल से बाल्टी भर पानी के लिए खूब हैंडल पे हैंडल मारना पड़ता है. तब जाकर पानी निकलता है. जल सहिया को आवेदन देकर जलमीनार और चापाकल की मरम्मत कराने का अनुरोध किया गया है, लेकिन दो महीने हो गए, प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया.
पैसा लेकर कनेक्शन नहीं दिया
बस्ती के अयूब अंसारी रसीद दिखते हुए कहते हैं कि लोध जलापूर्ति योजना की पाइप बस्ती में बिछायी गयी है. कई घरों में नल लगाया गया है, लेकिन लगभग 70 घरों में कनेक्शन नहीं किया गया है, जबकि हमलोगों से कनेक्शन के नाम पर दो महीने पहले जलसहिया द्वारा 100 रुपये लेकर कनेक्शन रसीद दी गयी है.
लोध जलापूर्ति योजना से पेयजल की सप्लाई नहीं
आपको बता दें कि महुआडांड़ महत्वपूर्ण लोध ग्रामीण जलापूर्ति योजना 46 करोड़ की लागत से बनाकर तैयार है. लोध जलापूर्ति योजना के तहत प्रखंड के घरों तक नल से शुद्ध पेयजल पहुंचाना है. पीएचइडी विभाग घरों तक नल का कनेक्शन दे रहा है. कनेक्शन चार्ज 100 रुपये लिया जा रहा है. लोध जलापूर्ति योजना से पेयजल की सप्लाई अभी तक शुरू नहीं हुई है.
रिपोर्ट: वसीम अख्तर