Varanasi News: आईआईटी बीएचयू में रविवार को दसवां दीक्षांत समारोह का आयोजन काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के स्वतंत्रता भवन में किया गया. समारोह का शुभांरभ महामना पंडित महन मालवीय की प्रतिमा पर माल्यार्पण, दीप प्रज्ज्वलन और कुलगीत के साथ हुआ. दीक्षांत समारोह के आरंभ की घोषणा संचालक मंडल के अध्यक्ष पद्मश्री डॉ कोटा हरिनारायन ने की. इसके बाद संस्थान के निदेशक प्रोफेसर प्रमोद कुमार जैन ने संस्थान की उपलब्धियों की आख्या पढ़ी.
दीक्षांत समारोह में पवन कुमार जैन, डॉ इंदु भूषण एवं आनंद एस. मूर्थी उपस्थित रहे, जिन्हें निदेशक द्वारा प्रतिष्ठित पूर्व छात्र पुरस्कार 2021-22 से सम्मानित किया गया. समारोह में उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी, लोक गायिका मालिनी अवस्थी, अनुसंधान एवं विकास के अधिष्ठाता प्रोफेसर विकास कुमार दूबे, पुराछात्र अधिष्ठाता प्रोफेसर राजीव कुमार श्रीवास्तव, सभी विभागों के विभागाध्यक्ष, समन्वयक, शिक्षक, अधिकारी, छात्र एवं उनके अभिभावकों की मौजूदगी ने समारोह में चार चांद लगा दिया.
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समारोह में इलेक्ट्रिकल अभियांत्रिकी के छात्र कुशल टिब्रेवाल ने सर्वाधिक 11 मेडल और पुरस्कार (सात स्वर्ण और चार पुरस्कार) पाकर अपनी मेधा का परचम लहराया. कुशल टिब्रेवाल को बीटेक स्तर पर शैक्षणिक क्षेत्र में संपूर्ण उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए प्रेसीडेंट्स स्वर्ण पदक से भी सम्मानित किया गया. वहीं, इलेक्ट्रिॉनिक्स इंजीनियरिंग के आरएडीएस अभिजिथ को कुल आठ मेडल और पुरस्कार (पांच स्वर्ण और तीन पुरस्कार) और कंप्यूटर साइंस एवं इंजिनियरिंग के प्रनव दलाल विभिन्न श्रेणियों में छह स्वर्ण, एक रजत और एक पुरस्कार कुल आठ मेडल व पुरस्कार प्राप्त कर सफलता के शिखर तक पहुंचे.
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दसवें दीक्षांत समारोह में कुल 1610 स्नातकों को विभिन्न पाठ्यक्रमों में उपाधियां प्रदान की गईं. समारोह के मुख्य अतिथि इसरो के चेयरमैन और अंतरिक्ष विभाग के सचिव सोमनाथ एस. और संस्थान के निदेशक प्रोफेसर प्रमोद कुमार जैन ने छात्र-छात्राओं को मेडल और अवार्ड से सम्मानित किया. पुरस्कार वितरण का संचालन शैक्षणिक कार्य के अधिष्ठाता प्रोफेसर श्याम बिहारी द्विवेदी ने किया. इस दौरान मंच पर बोर्ड ऑफ गवर्नर के चेयरमैन पद्मश्री डॉ कोटा हरिनारायन और कुलसचिव (प्रभार) राजन श्रीवास्तव उपस्थित रहे.
संस्थान में सभी क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन और संगठनात्मक व नेतृत्व क्षमता प्रदर्शित करने के लिए पुलकित गुप्ता, डिपार्टमेंट ऑफ मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग को डाइरेक्टर्स स्वर्ण पदक से विभूषित किया गया. इसके अलावा केमिकल इंजीनियरिंग एवं टेक्नोलॉजी से अमितेश पांडा को पांच स्वर्ण, दो पुरस्कार, मैकेनिकल इंजीनियरिंग से समर्थ चौधरी और फार्मास्यूटिकल्स इंजीनियरिंग एवं टेक्नोलॉजी से अनुश्री शेखावत को चार-चार स्वर्ण और एक-एक पुरस्कार और सिविल इंजीनियरिंग से पुरू दूबे को दो स्वर्ण और दो पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
दो मेडल प्राप्त करने वालों में सिविल से अमन शर्मा, मैकेनिकल से अनंतकृष्णन के, फार्मास्युटिकल्स से मोहना दास, इंडस्ट्रियल केमिस्ट्री से पाटिल मोहित प्रवीणचंद्रा, सिरामिक से हर्ष बाल्दी, कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग से जान्हवी गुप्ता और माइनिंग इंजीनियरिंग से रजत कुमार खंडेलवाल रहे.
दीक्षांत समारोह में कुल 9 पूर्व छात्रों को प्रतिष्ठित पूर्व छात्र पुरस्कार 2021-22 से सम्मानित किया गया. इनमें निकेश अरोड़ा, (ईईई 89), सीईओ और अध्यक्ष, पालो-ऑल्टो नेटवर्क्स को प्रोफेशन के क्षेत्र में जय चौधरी (ईसीई 80) सीईओ, अध्यक्ष और सह-संस्थापक, जीस्केलर और पवन कुमार जैन (सीएचई 76) साइट अध्यक्ष और जेएमडी, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड को उद्योग/उद्यमिता क्षेत्र में, डॉ इंदु भूषण (ईईई 81) पूर्व सीईओ, राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण और आयुष्मान भारत, भारत सरकार और डॉ अरुण कुमार मेहता (सीआईवी 84) मुख्य सचिव, जम्मू और कश्मीर सरकार, को सार्वजनिक जीवन में उपलब्धियों के लिए, प्रो. कुणाल करण (सीएचई 92) प्रोफेसर, रसायन और पेट्रोलियम इंजीनियरिंग विभाग, कैलगरी विश्वविद्यालय और प्रो बनमाली एस रावत (ईईई 68 और ईसीई 70) प्रोफेसर, इलेक्ट्रिकल और बायोमेडिकल इंजीनियरिंग विभाग, नेवादा विश्वविद्यालय को अकादमिक क्षेत्र के लिए, डॉ आनंद एस मूर्थी (एमईटी 87) इंटेल फेलो और निदेशक, इंटेल इंक और कैलाश कैलाश (ईसीई 80) सह-संस्थापक, जीस्केलर को अनुसंधान और नवाचार के क्षेत्र में उपलब्धियों के लिए विशिष्ट पूर्व छात्र/पूर्व छात्र पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
इनपुट- विपिन सिंह, वाराणसी