Bhagalpur: शहर के बरारी स्थित एक निजी अस्पताल में गर्भवती को ऑपरेशन कर प्रसव कराने की सलाह दी गयी. इस ऑपरेशन के बदले फीस के रूप में 32 हजार रुपये मांगे गये. लेकिन, सदर अस्पताल में नि:शुल्क व नॉर्मल डिलीवरी हुई. निजी अस्पताल किस तरह लोगों को डरा कर फर्जी इलाज कर पैसा वसूल रहे हैं. इसका जीता-जागता उदाहरण सामने है.
भागलुपर के बरारी निवासी गोपालपुर पीएचसी के हेल्थ मैनेजर आतिश की पत्नी ऋतु कुमारी गर्भ से होने के बाद तिलकामांझी बस स्टैंड के समीप एक निजी नर्सिंग होम की देखरेख में थी. प्रसव वेदना होने के बाद पत्नी को लेकर हेल्थ मैनेजर नर्सिंग होम गये. यहां डॉक्टर ने कहा गर्भ में पल रहे बच्चे का वजन चार किलो से ज्यादा है. प्रसव सिर्फ ऑपरेशन से हो सकता है. इसके अलावा कोई दूसरा उपाय नहीं है. इसके लिए 32 हजार रुपया फीस देना होगा.
32 हजार रुपये फीस की बात सुन कर हेल्थ मैनेजर आतिश ने तुरंत सदर अस्पताल के हेल्थ मैनेजर जावेद मंजूर से संपर्क किया और अपनी परेशानी बतायी. इसके बाद मामला अस्पताल प्रभारी डॉ राजू के पास पहुंचाया गया. मामले की जानकारी के बाद अस्पताल प्रभारी ने कहा कि गर्भवती को सबसे पहले अस्पताल लेकर आये. इसके बाद प्रयास किया जायेगा कि प्रसव सामान्य हो. अगर हम लोग इसमें सफल नहीं होंगे, तो सर्जरी की जायेगी.
हेल्थ मैनेजर आतिश शुक्रवार की रात को करीब एक बजे अपनी गर्भवती पत्नी को लेकर सदर अस्पताल पहुंचे. यहां शनिवार की अहले सुबह सामान्य तरीके से आतिश एक बेटे के पिता बन गये. बच्चे का वजन चार किलो है. वह पूरी तरह से स्वस्थ है.
सदर अस्पताल के प्रभारी डॉ राजू कुमार ने बताया कि महिला को शुक्रवार की रात को लाया गया था. सामान्य प्रसव के लिए प्रयास किया गया. इसमें अस्पताल के डॉक्टर को सफलता मिली. जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ्य हैं. उन्हें किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं है.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.