पटना. बिहार के सभी विश्वविद्यालयों में तृतीय श्रेणी के कर्मियों की नियुक्ति होगी. विश्वविद्यालय और डिग्री कॉलेजों में तृतीय श्रेणी के कर्मचारियों की नियुक्ति भी अब बिहार कर्मचारी चयन आयोग के जरिये करायी जायेगी. इनकी नियुक्तियों की जानकारी विश्वविद्यालय के पोर्टल पर जारी की जायेगी. इस जानकारी के आधार पर शिक्षा विभाग बिहार कर्मचारी चयन आयोग को बहाली के लिए प्रस्ताव भेजेगा.
जल्द ही करीब चार हजार पदों पर बहाली की प्रक्रिया शुरू होने की उम्मीद है. रिक्त पदों का ब्योरा सॉफ्टवेयर में अपडेट करने की भी योजना है.वहीं राज्य के डिग्री कॉलेजों में प्राचार्यों की नियुक्ति बिहार विवि सेवा आयोग के जरिये करायी जायेगी. यह जानकारी शनिवार को सचिवालय में आयोजित ब्रेन स्टोर्मिंग की बैठक में प्रस्तुतीकरण के जरिये साझा की गयी.
मोटे तौर पर देखा जाये तो बिहार के सभी विश्वविद्यालयों में अभी दस हजार के आसपास रिक्त पद हैं. बिहार के पटना विश्वविद्यालय, पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय, मगध विश्वविद्यालय, वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय, जयप्रकाश विश्वविद्यालय, बीआरए बिहार विश्वविद्यालय, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय, बीएन मंडल विश्वविद्यालय, पूर्णिया विश्वविद्यालय, तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय, मुंगेर विश्वविद्यालय एवं मौलाना मजहरुल हक अरबी फारसी विश्वविद्यालय में साढ़े नौ हजार से ज्यादा विभिन्न पद खाली हैं. शिक्षा विभाग ने विश्वविद्यालयों से रोस्टर क्लियर कराते हुए खाली पदों की सूची मांगी है.
बिहार में तकरीबन 227 संबद्ध डिग्री कॉलेज हैं. संबद्ध डिग्री कालेजों को उसके छात्र-छात्राओं के स्नातक परीक्षा के श्रेणीवार रिजल्ट के आधार पर अनुदान देने की व्यवस्था है. जिन विश्वविद्यालयों के अधीन संबद्ध डिग्री कॉलेज संचालित हैं, उनमें पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय, मगध विश्वविद्यालय, वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय, जयप्रकाश विश्वविद्यालय, बी.आर.ए. बिहार विश्वविद्यालय, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय, बी. एन. मंडल विश्वविद्यालय, पूर्णिया विश्वविद्यालय, तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय एवं मुंगेर विश्वविद्यालय शामिल हैं.