Pakistan National Assembly: पाकिस्तान में जारी सियासी संकट के बीच शनिवार को प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर पर वोटिंग होनी है. इससे पूर्व पाकिस्तानी संसद में कार्रवाई शुरू होने पर पाक के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने डिप्टी स्पीकर का बचाव करते हुए विपक्ष पर जमकर हमला बोला. इस दौरान शाह महमूद कुरैशी ने भारत के खिलाफ भी जहर उगला. साथ ही अमेरिका को भी कोसा.
बता दें कि इससे पहले शुक्रवार को राष्ट्र के नाम अपने संबंधोन के दौरान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत की जमकर तारीफ की थी. वहीं, आज नेशनल असेंबली में अपनी बात रखते हुए इमरान के मंत्री शाह महमूद कुरैशी के तेवर भारत के खिलाफ नरम नजर नहीं आए. अविश्वास प्रस्ताव खारिज किए जाने के मामले पर शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि डिप्टी स्पीकर ने वोटिंग से इनकार नहीं किया था. उन्होंने आरोप लगाया कि सांसदों की खरीद फरोख्त हुई, वो जो कोशिश हुई वो कानूनी थी क्या? जो कानून की बात कर रहे थे. बोलियां लगाई जा रही हैं. ये भी एक चीज है. हमने वोटिंग से इनकार नहीं किया.
नेशनल असेंबली में बोलते हुए शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि विपक्ष ने बाजार लगाया हुआ है, खरीद फरोख्त की जा रही है. उन्होंने कहा कि हमने सबूतों के साथ चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया है, हालांकि सबूत होने के बावजूद फैसला नहीं हो पाया. पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने कहा कि हम आज हैं कल नहीं होंगे, लेकिन तारीख गवाह होगी. याद रखिए तारीख उनको बेनकाब करेगी.
शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि आज पाकिस्तान तारीख के दोराहे पर खड़ा है, सर झुका के या सर उठाकर चलेगा ये फैसला करना है. विपक्ष का यह दावा कि धमकी भरा पत्र फर्जी है, जो गलत है. उन्होंने पुष्टि करते हुए कहा कि पत्र एक प्रामाणिक दस्तावेज है. हम अमेरिका के साथ खराब संबंध नहीं चाहते. शाह महमूद कुरैशी ने दावा किया कि अमेरिका के एनएसस ने पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार को फोन कर मास्को नहीं जाने को कहा था. उन्होंने कहा कि शायद यह मेरा यहां आखिरी दिन है.
विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने पाकिस्तान में चल रहे सियासी संकट के बीच भारत के खिलाफ भी जहर उगला. कुरैशी ने 9 मार्च को गलती से पाकिस्तान में गिरी मिसाइल को लेकर भी जंग की धमकी दे डाली. उन्होंने कहा कि मिसाइल न्यूक्लियर कैपेबल थी. दोनों मुल्कों के पास परमाणु ताकत हैं. उन्होंने कहा कि जंग हो सकती है, हमें घंटे नहीं मिनट लगेंगे. उन्होंने कहा कि आरएसएस (RSS) की विचारधारी दिल्ली पर काबिज है. कुरैशी ने माना कि दुनिया में पाकिस्तान की कोई नहीं सुनता. यूएनजीए में पाकिस्तान को अलग नजर से देखा जाता है और भारत को अलग नजर से. यूएनजीए में नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) तो शामिल हो सकते हैं, लेकिन इमरान खान (Imran Khan) नहीं.
शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि अमेरिका कहता है कि हम पाकिस्तान के लिए खड़े हैं और यूएन में उसकी बात रखेंगे. कश्मीर राग छेड़ते हुए इमरान के मंत्री ने कहा कि मगर जब कश्मीर की बात आती है तो अमेरिका कहता है कि आप द्विपक्षीय बातचीत से मामला सुलझाइए, हम थर्ड पार्टी नहीं बन सकते हैं. हमसे कहा जाता है कि हम भारत को चीन की नज़र से देखते हैं. हम अमेरिका के सबसे अच्छे सहयोगी रहे हैं और अमेरिका के सबसे स्वीकृत सहयोगी भी. पर जब हम अमेरिका से जम्मू-कश्मीर मामले में दखल देने को कहते हैं तो वो हमें इसे द्विपक्षीय रूप से हल करने के लिए कहता है. शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि हिंदुस्तान के आगे पाकिस्तान की कोई हैसियत नहीं है. हम सभी के साथ बेहतर रिश्ते चाहते हैं और किसी से दुश्मनी नहीं करना चाहते.