हिंदू धर्म में रामनवमी पर्व का विशेष महत्व होता है. रामनवमी पर्व को लेकर तैयारियां भी शुरू हो चुकी है. रामनवमी के दिन पटना के महावीर मंन्दिर में श्रद्धालुओं की सबसे अधिक भीड़ होती है. इस दिन लगभग पांच लाख श्रद्धालु पूजा करने पटना के महावीर मंदिर में पहुंचते है. इस वर्ष महावीर मन्दिर में रामनवमी 10 अप्रैल 2022 दिन रविवार को मनायी जायेगी. श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए मन्दिर प्रशासन के द्वारा निजी सुरक्षा एजेंसी के लगभग 250 जवानों को लगाया गया है. महावीर मन्दिर में श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्था की गयी है.
राम नवमी के दिन मन्दिर का पट्ट रात 2 बजे खोल दिया जायेगा और 12 बजे रात्रि तक पूरे 22 घंटा खुला रहेगा. महावीर मन्दिर में जो प्रसाद, माला आदि चढ़ाना चाहते हैं, उन्हें कतार में होकर उत्तरी द्वार से प्रवेश करना होगा. मन्दिर के उत्तरी द्वार से जीपीओ गोलम्बर तक घेराबंदी कर छाया की व्यवस्था की गयी है. इसमें दो कतारें – एक पुरुषों के लिए तथा दूसरी महिलाओं के लिए बनायी गयी है. जीपीओ गोलम्बर के बाद यह पंक्ति सीधे पश्चिम दिशा में आर ब्लॉक चौराहा की ओर जायेगी. सुबह 7 बजे से भक्त दर्शन करने लगेंगे. वे पूर्वी प्रवेश द्वार से कतार में खड़े होकर परिसर में प्रवेश करेंगे.
प्रत्येक वर्ष की तरह मन्दिर प्रबन्धन के द्वारा मन्दिर के उत्तरी द्वार से जीपीओ गोलम्बर तक गर्मी से बचाव के लिए छाया की व्यवस्था की गयी है. पुरुषों एवं महिलाओं की अलग-अलग समानान्तर पंक्तियां जी पीओ तक जायेंगी. उनकी सुविधा के लिए जीपीओ गोलम्बर तक पण्डाल बनाये गये हैं, जिसमें पंखे भी लगे रहेंगे. शरबत एवं पानी की व्यवस्था जगह-जगह पर यथेष्ट रूप से की गयी है. पण्डाल के अन्दर क्लोज सर्किट टीवी पर मन्दिर के भीतर का दृश्य दिखाई पड़ेगा, जिससे कतार में लगे भक्तों को विग्रह के दर्शन के साथ-साथ पंक्ति की त्वरित गति का आभास होता रहेगा. ऐसे 16 बड़े टीवी स्क्रीन और प्रोजेक्टर लगाये गये हैं.
भक्तों की सुविधाा को ध्यान में रखते हुए अतिरिक्त 10 पुजारी अयोध्या से बुलाये गये हैं. मन्दिर में उस दिन चार पुजारी प्रसाद चढ़ाने के लिए सदैव उपस्थित रहेंगे, जो भक्त हनुमानजी का दर्शन कर भू-तल से ही वापस जाना चाहेंगे, वे पूर्वी निकास द्वार से बाहर निकलेंगे. जो भक्त द्वितीय एवं तृतीय तल पर जायेंगे, उन्हें ऊपर से नीचे जाने के लिए दक्षिण की ओर राम-जानकी मन्दिर के ऊपर से सीढ़ी से उतर कर स्टेशन की ओर बाहर निकलने की सुविधा होगी. मन्दिर की ओर से स्वयंसेवक, सुरक्षाकर्मी श्रद्धालुओं को पंक्तिबद्ध होने तथा पंक्ति को सुव्यवस्थित करने के लिए तैनात किये गये हैं.
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इस बार महावीर मन्दिर में रामनवमी उत्सव बहुत खास है. जिस प्रकार त्रेता युग में भगवान राम के जन्म के समय देवताओं ने आकाश से पुष्पवृष्टि की थी, उसकी झलक महावीर मन्दिर में दिखाई देगी. रविवार को रामनवमी के दिन राम जन्म के समय यानी मध्याह्न 12 बजे महावीर मन्दिर के ऊपर तीन ड्रोन फूलों की वर्षा करेंगे. महावीर मन्दिर न्यास के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि दोपहर 11.50 से 12.20 तक महावीर मन्दिर में भगवान राम का जन्मोत्सव होता है. इस अवधि में तीन ड्रोन से फूलों की वर्षा होगी. दिल्ली की ड्रोन एजेंसी की मदद से यह संकल्प पूरा हो रहा है.