सीतामढ़ी. सीतामढ़ी व शिवहर निकाय कोटा से हुए विधान परिषद के चुनाव में जदयू की रेखा देवी जीती है. यह पहली बार है कि कोई महिला विधान पार्षद निर्वाचित हुई है. इससे पूर्व पांच बार विधान परिषद का चुनाव हो चुका है. चारों चुनावों में पुरूष ही जीते थे. इसके पीछे मुख्य कारण यह रहा कि किसी भी पार्टी द्वारा महिला को प्रत्याशी ही नही बनाया जाता था. संभवत: यह पहली बार है कि जदयू द्वारा रेखा देवी जैसे महिला को समर्थन देकर प्रत्याशी बनाया गया और वह जीत भी हासिल कर ली है. गौरतलब है कि पूर्व के चुनावों में निर्वाचित विधान पार्षदों में क्रमश: रघुनाथ प्रसाद, दिलीप कुमार यादव, वैद्यनाथ प्रसाद व दिलीप राय शामिल है.
विधान परिषद के चुनाव में जदयू समर्थित प्रत्याशी रेखा देवी की जीत से उनके समर्थक एवं शुभचिंतक खुश तो है, ही उनके पति डॉ मनोज भी काफी खुश है. पत्रकारों से बातचीत करने से पहले वे मतगणना पर अपनी पैनी नजर रखे हुए थे. मतगणना हॉल से डॉ मनोज तब बाहर आये, जब द्वितीय चरण की मतगणना समाप्त हो गई. वे सीधे मीडिया कोषांग में पहुंचे, जहां उनकी पत्नी रेखा देवी मौजूद थी. इस दौरान पत्रकारों के एक सवाल पर डॉ मनोज ने कहा कि करीब 20 वर्षों से चिकित्सा सेवा से जुड़े हुए है. इस दौरान वे न जाने कितने गरीबों की निःशुल्क सेवा व मदद कर चुके है. इसी सेवा का फल जीत के रूप में मिला है.
सीतामढ़ी. विधान परिषद का यह चुनाव सीतामढ़ी व शिवहर जिले के एनडीए नेताओं के लिए एक चुनौती की तरह था. वहीं, विधान पार्षद देवेश चंद्र ठाकुर के लिए प्रतिष्ठा का विषय बन गया था. कारण कि देवेश चंद्र ठाकुर के प्रयास से ही रेखा देवी जदयू समर्थित प्रत्याशी बन सकी थी. रेखा की जीत से श्री ठाकुर की प्रतिष्ठा बरकरार रह गयी है. जदयू के वरीय नेता विमल शुक्ला ने भी बताया कि विधान पार्षद श्री ठाकुर ने ही रेखा देवी को जदयू समर्थित प्रत्याशी घोषित कराया था. गौरतलब है कि श्री ठाकुर खुद लगातार 20 वर्षों से विधान पार्षद निर्वाचित हो रहे है. यहां तक कि वे लगातार क्षेत्र में भ्रमण कर वोटरों से संपर्क करते रहे थे. रेखा देवी के नाम की प्रत्याशी के रूप में घोषणा होने बाद से ही श्री ठाकुर ही नही, बल्कि जदयू एवं भाजपा के सभी विधायक व अन्य नेतागण लगातार प्रचार-प्रसार में लगे रहे थे.
जदयू समर्थित रेखा देवी विधान परिषद के चुनाव में जीत हासिल कर अचानक चर्चा का विषय बन गयी है. कल तक बहुत ही कम लोग उन्हें जानते थे. उनकी खुद से अधिक उनके पति डॉ मनोज के चलते पहचान थी. वह घरेलू महिला है. इसी कारण उनका जनता से कोई खास सरोकार नहीं रहा है. गौरतलब है कि निर्वाचित रेखा देवी बथनाहा प्रखंड की बेटी के साथ बहु भी है. जदयू नेता विमल शुक्ला भी उसी प्रखंड से आते है. श्री शुक्ला ने कहा कि रेखा देवी की जीत से बथनाहा प्रखंड की प्रतिष्ठा और बढ़ गयी है.
जदयू समर्थित प्रत्याशी रेखा देवी के पति डॉ मनोज जिले के जाने-माने शिशु रोग विशेषज्ञ है. वे करीब 15-20 वर्षों से चिकित्सा सेवा से जुड़े हुए है. जानकारों का कहना है कि चिकित्सा के दौरान डॉ मनोज आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों की हरसंभव मदद भी करते रहे है. मतगणना समाप्ति के तुरंत बाद पत्रकारों से बातचीत में रेखा देवी के समर्थक वरीय नेताओं में शामिल जदयू नेता व अधिवक्ता विमल शुक्ला ने बताया कि डॉ मनोज पहले भी गरीबों की सेवा करते रहे है और आगे भी करते रहेंगे. रेखा देवी की मौजूदगी में श्री शुक्ला ने मतगणना स्थल पर ही घोषणा की कि डॉ मनोज सभी जनप्रतिनिधियों की निःशुल्क चिकित्सा करेंगे. कहा, वे (श्री शुक्ला) खुद जनप्रतिनिधियों से संबंधित मुकदमें में कोर्ट में निःशुल्क पैरवी करेंगे.