Coronavirus XE Variant: दुनियाभर के विभिन्न देशों में भले ही कोरोना के मामलों में तेजी से गिरावट आ रही है, लेकिन दुनिया से अभी कोरोना का खतरा टला नहीं है. कोरोना की संभावित चौथी लहर के खतरे के बीच एक बुरी खबर सामने आयी है. डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, कोरोना वायरस का एक नया वैरिएंट सामने आया है, जिसे ‘XE’ के नाम से जाना जाता है. यह ओमिक्रोन के सब वैरिएंट BA.2 के मुकाबले 10 गुना ज्यादा खतरनाक है. ऐसे में विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है.
कोरोना के XE वेरिएंट (XE Variant) की भारत में दस्तक हुई है या नहीं अभी इसे लेकर थोड़ा सस्पेंस हैं. बीएमसी की मानें तो मुंबई में दक्षिण अफ्रीकी मूल की एक महिला XE वेरिएंट से संक्रमित होने वाली देश की पहली व्यक्ति बन गई हैं. हालांकि केन्द्रीय स्वास्थ्य विभाग ने इससे इनकार किया है. वहीं, महाराष्ट्र स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा है कि, XE वेरिएंट की पुष्टि के लिए सैंपल नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी भेजे गए हैं. अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि XE वेरिएंट में संक्रमण 10 फीसदी तेजी से फैलता है, इसके अलावा घबराने की कोई बात नहीं है.
XE(कोरोना का नया वेरिएंट) के बारे में पुष्टि के लिए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी(NIV) अधिकृत संस्थान है। हमने सैंपल भेजे हैं, अभी तक पुष्टि नहीं हुई है। XE वेरिएंट में संक्रमण 10% तेजी से फैलता है, इसके अलावा घबराने की कोई बात नहीं है: राजेश टोपे, महाराष्ट्र स्वास्थ्य मंत्री pic.twitter.com/UODfnq7OD2
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 7, 2022
कोरोना का नया वैरिएंट ‘XE’ ओमिक्रोन के मूल वैरिएंट BA.1 और सब वैरिएंट BA.2 से मिलकर बना एक हाइब्रिड वैरिएंट है. फिलहाल, यह दुनिया भर में सिर्फ कुछ ही मामलों के लिए जिम्मेदार है. इस हफ्ते जारी डब्ल्यूएचओ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ओमिक्रॉन के ‘XE’ वैरिएंट का पहला मामला 19 जनवरी, 2022 को ब्रिटेन में मिला था. तब से अब तक इस वैरिएंट के 637 से ज्यादा मामले मिल चुके हैं. इसके अलावा यह वैरिएंट फ्रांस, डेनमार्क और बेल्जियम में भी मिला है.
शुरुआती संकेतों के अनुसार, इस वैरिएंट में BA.2 की तुलना में 10 प्रतिशत तेजी से फैलने की क्षमता है. हालांकि, डब्ल्यूएचओ का कहना है कि इसके बारे में और अधिक अध्ययन की जरूरत है. जब तक इसकी गंभीरता और प्रसार आदि के बारे में सही जानकारी नहीं मिल जाती, तब तक इसे ओमिक्रोन वैरिएंट का हिस्सा नहीं माना जायेगा.
अब सवाल है कि, XE वेरिएंट के लक्षण क्या है, ये कितना खतरनाक है. इस मामले में इंग्लैंड की स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी के मुताबिक, XE वायरस से संक्रमित लोगों में नाक बहने, छींकने और गले में खराश जैसे लक्षण मिलते हैं. XE वेरिएंट को लेकर डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि इसके बारे में और कुछ कहने से पहले और डेटा पर गौर करने की जरूरत है.
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सर्विलांस, लैबोरेट्रीज व पब्लिक हेल्थ इंटेलिजेंस बढ़ाएं.
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टीकाकरण, सार्वजनिक स्वास्थ्य और सामाजिक उपाय को ज्यादा से ज्यादा बढ़ाएं.
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कोरोना के लिए नैदानिक देखभाल स्वास्थ्य प्रणाली को मजबूत बनाएं.
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अनुसंधान और विकास पर जोर देना, स्वास्थ्य उपकरण और आपूर्ति बढ़ाएं.
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एक इमरजेंसी मोड से लॉन्ग टर्म रेस्पीरेटरी डिजीज मैनेजमेंट के लिए रिस्पांस ट्रांजिशन के रूप में कॉर्डिनेशन.
Posted by: Pritish Sahay
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.