Budaun News: बदायूं जिले की तहसील दतागंज के ब्लॉक समरेर में राजकीय आश्रम पद्धति बालिका विद्यालय में बीती 2 अप्रैल की रात में खराब खाना खाने से 28 छात्राएं बीमार हो गई थीं. उल्टी और चक्कर की शिकायत होने पर सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. राजकीय आश्रम पद्धति बालिका विद्यालय में भोजन खाने से बीमार छात्राओं के मामले में सरकारी सिस्टम की घोर लापरवाही सामने आयी है. बीमार हुईं छात्राओं का मामला अब शासन स्तर तक पहुंच गया है.
उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति आयोग ने छात्राओं के साथ हुई घटना पर जांच बैठा दी है. आयोग के उपाध्यक्ष दर्जा राज्यमंत्री मिथिलेश कुमार ने बुधवार को मामले की जांच के लिये समरेर पहुंचे. जहां उन्होंने करीब 2 घंटे मामले की गहनता से जांच की. उपाध्यक्ष मिथिलेश कुमार ने बच्चों, अभिभावकों व विद्यालय के स्टाफ और अधिकारियों से बातचीत की. उनके बयान दर्ज किए. जांच के दौरान स्टाफ और अधिकारियों में अफरा-तफरी मची रही.
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मिथिलेश कुमार ने बताया कि बीमार हुई छात्राओं व अभिभावकों द्वारा बताया गया है कि खराब खाना खाने की वजह से बच्चों की तबीयत खराब हुई थी. स्कूल प्रबंधन की घोर लापरवाही भी सामने आ रही है. इस पूरे प्रकरण की रिपोर्ट आयोग को सौंपी जाएगी. जो लोग उक्त प्रकरण में दोषी करार पाए जाएंगे उनके खिलाफ विधिक कार्यवाही की जाएगी. दोषियों को किसी भी प्रकार से बख्शा नहीं जाएगा. इस दौरान एसएसपी केवी सिंह, सीडीओ ऋषि राज, सीओ दातागंज प्रेमकुमार ठाकुर, एसडीएम दातागंज राम शिरोमणि, जिला समाज कल्याण अधिकारी रामजन्म समेत तमाम अधिकारीगण उपस्थित रहे.
इस संबंध में मीडिया से बातचीत में स्कूल प्रशासन की ओर से जानकारी दी गई थी कि छात्राओं को खाना खाने के कुछ देर बाद ही चक्कर आने लगे थे. उन्हें उल्टियां होने लगी थीं. हालत बिगड़ते देख छात्राओं को को समरेर स्थित सीएचसी पर भर्ती कराया गया था. जहां उनका इलाज किया गया. आश्रम पद्धति से संचालित आवासीय बालिका विद्यालय में कोई 300 से अधिक छात्राएं पढ़ रही हैं. हर दिन की तरह भोजन बनने के बाद 3 लोगों की कमेटी ने भोजन चखा था. उसके 10 मिनट बाद ही उनको सिर में दर्द महसूस हुआ लेकिन इस बीच में लगभग 28 छात्राएं भोजन कर चुकी थीं. इसके बाद उन सभी को सिर में भारीपन और चक्कर आने की शिकायत पर उन्हें तत्काल ही विद्यालय प्रशासन समिति की ओर से अस्पताल में भर्ती कराया गया.