Jharkhand Crime News: पलामू पुलिस ने पांकी के डंडार कला स्थित मजदूर किसान कॉलेज में कंप्यूटर सेट की चोरी मामले का खुलासा किया है. पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. वहीं रांची जिला के रूदियाडीह से चोरी के सामान को बरामद किया है. इस बात की जानकारी एसपी चंदन सिन्हा ने पत्रकारों को दी.
कॉलेज से कई सामान की हुई चोरी
पलामू एसपी श्री सिन्हा ने बतया कि गत 15 मार्च की रात डंडार कला स्थित मजदूर किसान कॉलेज के कंप्यूटर लैब से अज्ञात चोरों ने 12 कंप्यूटर सेट, एक जेरॉक्स मशीन, दो प्रिंटर एवं सीसीटीवी कैमरे की चोरी कर लिया था. इस मामले में 16 मार्च को कॉलेज के प्रिंसिपल द्वारा लिखित आवेदन पर मामला दर्ज किया गया था. मामला दर्ज होने के बाद चोरी की घटना का उद्भेदन के लिए एसपी के निर्देश में टीम गठित की गयी.
तीन आरोपी गिरफ्तार
अनुसंधान के क्रम में पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि एक युवक कंप्यूटर बेचना चाह रहा है. सूचना मिलते ही पुलिस ने कंप्यूटर बेचने वाले युवक नीतीश कुमार रंजन को पकड़ा. पुलिस ने जब नीतीश से कंप्यूटर के बारे में कड़ाई से पूछताछ किया, तो वह चोरी की पूरी घटना के बारे में बता दिया. पुलिस ने नीतीश की निशानदेही पर पाटन थाना क्षेत्र के प्रमोद कुमार और लेस्लीगंज (नीलांबर-पीतांबरपुर) थाना क्षेत्र के जामुनडीह के मुकेश कुमार को गिरफ्तार किया.
चोरी का सामान रांची से बरामद
इधर, गिरफ्तार मुकेश की निशानदेही पर पुलिस ने चोरी गये सभी सामान को राची के बीआईटी मेसरा थाना क्षेत्र के रूदियाडीह के एक घर से बरामद किया. मुकेश रूदियाडीह में किराये के मकान में रहकर मजदूरी करता था. चोरी का सारे सामान को वहीं ले जाकर रखा था, ताकि आसानी से बिक्री किया जा सके.
इस घटना का मास्टरमाइंड पंजाब फरार
एसपी श्री सिन्हा ने बताया कि इस मामले का मास्टरमाइंड पाकी थाना क्षेत्र का सतीश कुमार है जो पुलिस के डर से पंजाब भाग गया है. उसकी गिरफ्तारी के बाद इस घटना में अन्य लोगों की सहभागिता का पता चलेगा. प्रेस कॉन्फ्रेंस में पुलिस निरीक्षक जगन्नाथ धान, पाकी थाना प्रभारी अमित कुमार सोनी, गुलशन गौरव, अवध किशोर पांडेय मौजूद थे.
ममेरा-फुफेरा भाइयों ने बनायी थी चोरी की योजना
डंडार कला के मजदूर किसान कॉलेज में चोरी की घटना को अंजाम देने की योजना घटना का मास्टरमाइंड सतीश कुमार और मुकेश कुमार ने बनाया था. दोनों ममेरा-फुफेरा भाई है. मुकेश राची के रूदियाडीह में रहकर मजदूरी का काम करता है. लेकिन, अब पुलिस के गिरफ्त में है.
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कॉलेज के गार्ड ने पुलिस को दी थी गलत जानकारी
कॉलेज में चोरी की घटना होने के बाद कॉलेज गार्ड पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया था कि चोरी की घटना को अंजाम देनेवाले लोग उसके साथ मारपीट किया था, लेकिन जब पुलिस छानबीन शुरू की, तो पता चला कि घटना के समय गार्ड कॉलेज में था ही नहीं. पुलिस का कहना है कि कॉलेज गार्ड के बयान से पुलिस में भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो गयी थी, लेकिन सीनियर अधिकारियों के मार्गदर्शन में इस मामले का खुलासा कर लिया गया है.
रिपोर्ट : अजीत मिश्रा, मेदिनीनगर.