Budayun News: बदायूं के एक आश्रम पद्धति से संचालित आवासीय बालिका विद्यालय में शनिवार की रात में फूड प्वाइजनिंग से बीमार पड़ी छात्राओं की हालत अब सही है. उन्हें एक-एक करके घर के लिए रवाना कर दिया गया है. बता दें कि शनिवार रात के खाने में आलू-लौकी की सब्जी और चावल बनाया गया था. छात्राओं को लौकी की सब्जी खाने में कड़वी लगी जिसकी शिकायत उन्होंने वार्डन से भी की थी.
इस संबंध में मीडिया से बातचीत में स्कूल प्रशासन की ओर से जानकारी दी गई थी कि छात्राओं को खाना खाने के कुछ देर बाद ही चक्कर आने लगे थे. उन्हें उल्टियां होने लगी थीं. हालत बिगड़ते देख छात्राओं को को समरेर स्थित सीएचसी पर भर्ती कराया गया था. जहां उनका इलाज किया गया. आश्रम पद्धति से संचालित आवासीय बालिका विद्यालय में कोई 300 से अधिक छात्राएं पढ़ रही हैं. हर दिन की तरह भोजन बनने के बाद 3 लोगों की कमेटी ने भोजन चखा था. उसके 10 मिनट बाद ही उनको सिर में दर्द महसूस हुआ लेकिन इस बीच में लगभग 28 छात्राएं भोजन कर चुकी थीं. इसके बाद उन सभी को सिर में भारीपन और चक्कर आने की शिकायत पर उन्हें तत्काल ही विद्यालय प्रशासन समिति की ओर से अस्पताल में भर्ती कराया गया.
उन्होंने बताया कि शनिवार को अधिकांश बच्चियों का नवरात्र का व्रत था इसलिए भोजन करने वाली बच्चियों की संख्या कम थी. सभी बालिकाएं सुरक्षित हैं और उन में डायरिया जैसे कोई लक्षण नहीं है. 24 घंटे की देखरेख के बाद रविवार शाम को सबको छुट्टी दी जा रही है. बीमार छात्राओं की आयु 10 से 14 वर्ष के बीच है. हालांकि, इस बारे में जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन के भी हाथ-पांव फूल गए थे. हालांकि, इस मामले में अब तक किसी भी छात्रा को ज्यादा दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ा.