Bengal Post Poll Violence पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव (West Bengal Chunav 2021) के बाद शासक दल द्वारा चलाए गए हिंसात्मक घटना में बीरभूम जिले में मारे गए तीन भाजपा कर्मियों की हत्या मामले की जांच कर रही सीबीआई ने शनिवार को जिले के नलहाटी से फरार एक आरोपी फारूक अली को शनिवार को गिरफ्तार किया है. बताया जाता है कि भाजपा कर्मी मनोज जायसवाल की हत्या मामले में फारूक अली की तलाश थी. आज गुप्त सूचना के बाद सीबीआई ने नलहाटी के दो नम्बर वार्ड के छायापल्ली इलाके से गिरफ्तार किया. धृत को आज ही रामपुरहाट महकमा अदालत में पेश किया गया.
सीबीआई सूत्रों से पता चला है कि भाजपा कर्मी मनोज जायसवाल की हत्या के बाद से ही फारूक फरार था. उसपर सीबीआई ने पचास हजार रुपये का ईनाम भी घोषित किया था. इस मामले में अब भी दो आरोपी फरार है. विधानसभा चुनाव बाद हिंसा मामले की जांच करने हेतु सीबीआई आज बीरभूम पहुंची थी. इस दौरान सीबीआई ने दो और आरोपियों का हुलिया पहले ही जारी किया है तथा उक्त आरोपियों को गिरफ्तार करवाने वाले लोगों के लिए 50 हजार रुपये का ईनाम भी घोषित किया है.
गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव 2021 के बाद राज्य में हिसात्मक घटना में मारे गए भाजपा कर्मियों, समर्थकों की घटना को लेकर हाई कोर्ट के निर्देश के बाद जांच पड़ताल कर रही सीबीआई ने बीरभूम जिले के कांकड़ तला के मृतक भाजपा कर्मी मिथुन बागदी की हत्या मामले में दो बार दुबराजपुर अदालत में चार्जशीट दाखिल किया था. बताया जाता है कि इससे पहले पुलिस ने इस मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया था. जिनमें दो आरोपी जमानत के बाद छूट गए थे, जबकि तीन को बर्दवान जिला संसोधनागर में बंद थे.
सीबीआई ने इस मामले की जांच के बाद पांचों आरोपियों के खिलाफ पुनः चार्जशीट जमा किया था. इससे पहले सीबीआई ने जिले के नलहाटी में भी हुए भाजपा कर्मी पर हमला मामले को लेकर भी चार्जशीट दाखिल किया था. बता दें कि 12 जून 2021 को कांकड़तला के नवसन ग्राम में भाजपा कर्मी मिथुन बागदी की पिट पिट कर हत्या कर दी गयी थी. इसके बाद जिला पुलिस की भूमिका को लेकर भाजपा ने कई सवाल खड़े किए थे. उस वक्त महिला समेत तीन की गिरफ्तारी को लेकर सीबीआई सूत्रों का कहना था कि रिमांड पर लिए गए बहादुर बागदी तथा चंदन बागदी से पूछताछ के बाद इस मामले में और हमलावरों को गिरफ्तार किया जाएगा.
बताया जाता है कि गत 25 अक्टूबर को जिले के इलम बाजार थाना क्षेत्र के कामार पाडा स्थित घर से भाजपा नेता गौरव सरकार हत्या मामले में सीबीआई ने एक तृणमूल कांग्रेस के नेता लदाई हांसदा को गिरफ्तार किया था. बताया जाता है कि विधानसभा चुनाव उपरांत हिंसात्मक घटना को अंजाम देने के दौरान 2 मई 2021 को बीरभूम जिले के इलम बाजार के गोपालनगर में भाजपा नेता गौरव सरकार की पिट पिट कर नृशंस हत्या कर दी गयी थी. मृतक के परिवार द्वारा थाने में अभियोग के बाद भी पुलिस ने किसी को गिरफ्तार नही किया था. बाद में इस मामले को लेकर हाईकोर्ट के निर्देश के बाद सीबीआई ने जांच शुरू की थी. काफी दिन से सीबीआई इस आरोपी की तलाश कर रही थी. सीबीआई ने तृणमूल कांग्रेस के नेता लदाई हांसदा को गिरफ्तार किया था.
सीबीआई सूत्रों के हवाले से पता चला था कि इस घटना में शामिल अन्य तृणमूल कांग्रेस के कर्मियों और नेताओं की भी गिरफ्तारी होगी. कांकडतला के मिथुन बागदी की हत्या में तीन लोगों की गिरफ्तारी के बाद मिथुन के पिता कार्तिक बागदी काफी खुश थे. उन्होंने कहा था कि उनको सीबीआई पर पूरा भरोषा है. सीबीआई मेरे पुत्र के हत्यारों को अवश्य सजा दिलवाएगी. दूसरी ओर भाजपा कर्मी गौरव सरकार के परिजन भी सीबीआई के इस धर पकड़ से काफी खुश है. हालांकि, परिवार के लोगों का कहना है कि इस मामले में शामिल दल के अन्य लोगों की गिरफ्तारी और उन्हें सजा जल्द मिले. यही उनका मूल उद्देश्य है. सीबीआई पर परिवार का पूरा भरोसा है. इस गिरफ्तारी के बाद से जिले के तृणमूल नेताओं, कर्मियों में दहशत व्याप्त हो गया है.
बताया जाता है कि गौरव सरकार हत्या मामले में अबतक दो लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. इधर, इस गिरफ्तारी को लेकर बीरभूम जिला भाजपा पार्टी अध्यक्ष ध्रुव साहा ने कहां है कि सीबीआई स्वेच्छा पूर्वक अपना काम कर रही है. उन लोगों को सीबीआई पर भरोसा है. बताया जाता है कि जिले के ही रामपुरहाट में कोर्टग्राम हाटतला के पास गत वर्ष 8 मई को बाजार से घर लौट रहे भाजपा कर्मी जाकिर हुसैन की तृणमूल कांग्रेस समर्थित दुष्कृतियों ने हमला चलाकर हत्या कर दी थी. इस मामले में मृतक के परिजनों ने 13 लोगों के खिलाफ मामला दायर किया था. इस घटना को लेकर भी सीबीआई जांच पड़ताल कर रही है. हाल ही में सीबीआई की टीम एक तृणमूल नेता फाजिया काजी के घर पहुंची थी, लेकिन उक्त आरोपित घर से फरार हो गया था. उसकी पत्नी और बेटे से सीबीआई ने पूछताछ चलाया था .बाद में आरोपी के बेटे आलमगीर काजी को सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया था. एक बार फिर बीरभूम जिले में चुनाव बाद हिंसा मामले को लेकर सीबीआई जांच में जुट गई है. (मुकेश तिवारी)