Chaitra Navratri 2022 Colours list: नवरात्रि के प्रथम दिवस का रंग उस दिन पर आधारित होता है जिस दिन से नवरात्रि प्रारम्भ होती है, तथा शेष आठ दिनों तक एक निश्चित कर्मानुसार रंगों का निर्धारण किया जाता है. नवरात्रि के प्रत्येक दिन के लिए एक विशिष्ट रंग निर्धारित किया गया है. नवरात्रि के समय अपने जीवन में उस विशेष रंग को सम्मीलित करना अत्यन्त शुभः माना जाता है. गुजरात एवं महाराष्ट्र जैसे राज्यों में नवरात्रि के दिनों के लिए खास कर महिलाएं निर्धारित विशेष रंग के अनुसार ही कपड़े पहनती हैं. यानी नवरात्रि में प्रतिदिन स्त्रियां एक विशेष रंग के परिधानों एवं वस्तुओं का उपयोग करती हैं. दृक पंचांग के अनुसार जानें इस चैत्र नवरात्रि प्रथम दिन से लेकर नवमी तक माता की पूजा करने के लिए कौन-कौन से रंग निर्धारित किए गए हैं. यानी कौन से दिन किस रंग के कपड़ें पहन कर माता दूर्गा की पूजा करें.
नवरात्रि रंग प्रथम दिन – स्लेटी
स्लेटी रंग सन्तुलित विचारधारा का प्रतीक है तथा व्यक्ति को व्यावहारिक एवं सरल बनने के लिए प्रेरित करता है. यह रंग उन भक्तों के लिये उपयुक्त है, जो हलके रंग को प्राथमिकता देते हैं, लेकिन अपनी एक विशिष्ट शैली के साथ नवरात्रि उत्सव का आनन्द लेने के इच्छुक हैं.
नवरात्रि रंग द्वितीया – नारंगी
रविवार को नारंगी रंग के वस्त्र धारण कर, देवी नवदुर्गा का पूजन करने से स्फूर्ति एवं उल्लास का अनुभव होता है. यह रंग सकारात्मक ऊर्जा से सन्निहित होता है तथा व्यक्ति के चित्त को उत्साहित रखता है.
नवरात्रि रंग तृतीया – सफेद
श्वेत रंग शुद्धता व सरलता का पर्याय है. देवी की कृपा पाने के लिए सोमवार को श्वेत रंग के परिधान धारण करें. श्वेत रंग आत्मशान्ति एवं सुरक्षा का अनुभव कराता है.
नवरात्रि रंग चतुर्थी – लाल
मंगलवार को नवरात्रि उत्सव के लिये लाल रंग प्रयोग करें. लाल रंग उत्साह एवं प्रेम का प्रतीक है, तथा माता के चढ़ावे में लाल चुनरी अत्यधिक लोकप्रिय है. यह रंग भक्तों को शक्ति तथा जीवटता से युक्त करता है.
नवरात्रि रंग पंचमी – गहरा नीला
बुधवार को नवरात्रि उत्सव में गहरे नीले रंग का प्रयोग आपको अतुलनीय आनन्द की अनुभूति देगा. यह रंग समृद्धि एवं शान्ति का प्रतिनिधित्व करता है.
नवरात्रि रंग षष्ठी – पीला
गुरुवार को पीले रंग के वस्त्र धारण करने से नवरात्रि उत्सव में मनुष्य का चित्त आशान्वित तथा प्रसन्न रहता है. यह रंग ऊष्मा का प्रतीक है, जो व्यक्ति को दिनभर प्रफुल्लित रखता है.
नवरात्रि रंग सप्तमी – हरा
हरा रंग प्रकृति का प्रतीक है तथा विकास, उर्वरता, शान्ति एवं स्थिरता की भावना उत्पन्न करता है. शुक्रवार को हरे रंग का उपयोग कर, देवी से शान्ति प्राप्ति के लिए प्रार्थना करें. हरा रंग जीवन में नवीन आरम्भ को भी प्रदर्शित करता है.
नवरात्रि रंग अष्टमी – मोर वाला हरा
मयूर हरा रंग विशिष्टता एवं व्यक्तित्व को इन्गित करता है. नीले व हरे रंग के इस विशिष्ट मिश्रण के प्रयोग से दोनों रंगों के गुणों (समृद्धि व नवीनता) का लाभ मिलता है.
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नवरात्रि रंग नवमी – बैंगनी
बैंगनी रंग भव्यता एवं राजसी ठाट-बाठ को दर्शाता है. नवदुर्गा की पूजन में बैंगनी रंग का प्रयोग करने से भक्तों को समृद्धि एवं सम्पन्नता की प्राप्ति होती है. अतः देवी मां की कृपा प्राप्ति के लिए निःसंकोच बैंगनी रंग के परिधानों का प्रयोग करें.