Hindu Nav Varsh 2022: हिंदू नववर्ष का प्रारंभ चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से होता है. इस साल हिंदू नववर्ष (Hindu Nav Varsh 2079) का प्रारंभ आज यानी 02 अप्रैल दिन शनिवार को चैत्र नवरात्रि से हो रहा है. इस दिन हिंदू नववर्ष की शुरुआत के साथ चैत्र नवरात्रि, गुड़ी पड़वा का भी पर्व मनाया जा रहा है.
विक्रम संवत 2079 का प्रारंभ चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से होता है. इस बार चैत्र माह में शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 01 अप्रैल को दिन में 11:53 बजे से हो रहा है और इसका समापन 02 अप्रैल को दिन में 11:58 बजे होगा. ऐसे में सूर्योदय के आधार पर तिथि की गणना होती है. इस प्रकार विक्रम संवत 2079 या हिंदू नववर्ष 2079 का पहला दिन 02 अप्रैल से शुरु होगा.
आपको बता दें कि विक्रम संवत की शुरुआत 57 ईसवी पूर्व में हुई थी. साथ ही इसको शुरू करने वाले सम्राट विक्रमादित्य थे, इसीलिए उनके नाम पर ही इस संवत का नाम है. इस विक्रम संवत को पूर्व में भारतीय संवत का कैलेंडर भी कहा जाता था, लेकिन बाद में इसे हिंदू संवत का कैलेंडर के रूप में प्रचारित किया गया.
ज्योतिष के अनुसार शनि ग्रह 29 अप्रैल 2022 में अपनी राशि बदलेंगे. इस दौरान ये मकर राशि से कुंभ राशि में प्रवेश कर जायेंगे. इस राशि में शनि के गोचर करते ही मिथुन और तुला राशि वालों को शनि ढैय्या से मुक्ति मिल जाएगी. साथ ही धनु राशि वालों को साढ़ेसाती से मुक्ति मिल जाएगी. इन लोगों की आर्थिक स्थिति में मजबूती आएगी. साथ ही तरक्की से नए रास्ते खुलेंगे. जॉब में प्रमोशन और इंक्रीमेंट हो सकता है. किसी पुराने रोग से मुक्ति मिल सकती है.
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक संवत् 2079 के शुरूआत में ही मंगल और राहु-केतु अपनी उच्च राशि में मौजूद रहेंगे. साथ ही शनि देव अपनी प्रिय राशि मकर में विराजमान रहेंगे. ज्योतिष के जानकार बता रहे हैं कि हिंदू नववर्ष (चैत्र प्रतिपदा) की कुंडली में शनि-मंगल की युति हो रही है, जिससे भाग्य में वृद्धि और धन लाभ का प्रबल योग बनेगा. साथ ही इस योग के प्रभाव से मिथुन, कन्या, तुला और धनु राशियों को बेहद शुभ परिणाम प्राप्त होगा. वहीं हिंदू नववर्ष की शुरुआत में रेवती नक्षत्र का भी खास संयोग बन रहा है. जिस कारण व्यापार के नजरिए से पूरा साल मुनाफा दिलाने वाला होगा.
हिंदू नववर्ष की शुरुआत में ही सभी 9 ग्रह राशि परिवर्तन करेंगे. सबसे पहले 7 अप्रैल को मंगल का मकर में गोचर होगा. 8 अप्रैल को बुध, मेष राशि में प्रवेश करेगा. इसके बाद 12 अप्रैल को राहु-केतु की चाल बदलेगी. 13 अप्रैल को देवगुरु बृहस्पति, मीन राशि में प्रवेश करेंगे. 14 अप्रैल को सूर्य का मेष राशि में गोचर होगा. 27 अप्रैल को शुक्र, मीन राशि में गोचर करेंगे. फिर आखिरी में 29 अप्रैल को शनि का कुंभ राशि में प्रवेश होगा.