पटना. ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने बिहार पुलिस मेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष कांस्टेबल नरेंद्र कुमार धीरज के खिलाफ मामला दर्ज जांच शुरू कर दी है. उनके साथ ही पांच भाईयों पर भी पीएमएलए (प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉड्रिंग एक्ट) के तहत ईसीआइआर दायर करते हुए आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है. अब इनकी सभी अवैध संपत्ति जब्त करने से संबंधित कार्रवाई की जायेगी. इस पूरे मामले की समुचित जांच शुरू कर दी गयी है.
इससे पहले 21 सितंबर 2021 को आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने उनके सभी ठिकानों पर छापेमारी की थी. इस क्रम में नौ करोड़ 47 लाख रुपये से ज्यादा की अवैध संपत्ति सामने आयी थी, जो उनके वास्तविक आय से 544 प्रतिशत अधिक है. उसके पास से 24 ट्रक, दो ट्रैक्टर, एक स्कॉर्पियो समेत चार-पांच अन्य छोटी गाड़ियां भी मिली थी. लाखों की पॉलिसी और करोड़ों रुपये की जमीन के कागजात भी मिले हैं.
जांच के दौरान उन पर अपने पद का दुरुपयोग करने के अलावा बालू के अवैध खनन से काली कमाई करने का मामला सामने आया है. उन्होंने अपनी सभी अवैध संपत्ति का बड़ा हिस्सा भाईयों के नाम पर भी कर रखी है. इस वजह से ईडी उनके साथ ही उनके भाईयों पर भी मामला दर्ज उनकी अवैध संपत्ति की भी जांच करेगी.
उस समय नरेन्द्र कुमार के जिन ठिकानों पर छापामारी की गई उनमें पटना के बेउर में महावीर कॉलोनी स्थित आवास, अरवल के अरोमा होटल के सामने स्थित धीरज के भाई अशोक कुमार का मकान, भोजपुर जिले के सहार थाना अंतर्गत मुजफ्फरपुर गांव स्थित धीरज का पैतृक आवास, आरा शहर के भिलाई रोड, कृष्णानगर स्थित भाई सुरेंद्र सिंह का मकान और भाई विजेंद्र कुमार विमल का मकान, नरेंद्र कुमार धीरज के भाई श्याम विहार सिंह के नारायणपुर आरा स्थित मॉल व आवासीय मकान, आरा के नारायणपुर में भाई सुरेंद्र कुमार सिंह के छड़ सीमेंट की दुकान-आवास और भतीजे धर्मेंद्र कुमार के अनाइठ, आरा में आशुतोष ट्रेडर्स नामक दुकान शामिल है.