Pakistan PM Imran Khan Address to Nation : सियासी चुनौतियों का सामना कर रहे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि देश के लिए फैसले की घड़ी है. इमरान खान का ये संबोधन ऐसे वक्त में हुआ है, जब पाक की संसद में माहौल उनके पूरी तरह खिलाफ है. बता दें कि आज नेशनल एसेंबली ने भले ही अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा से पहले ही सदन को 3 अप्रैल तक के लिए स्थगित कर दिया, वहीं इमरान खान लगातार देश में अपने पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश में लगे हुए हैं.
पाकिस्तान की जनता को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि मैं भाग्यशाली हूं कि भगवान ने मुझे सब कुछ प्रसिद्धि और धन दिया. मुझे आज किसी चीज की जरूरत नहीं है. उसने मुझे सब कुछ दिया जिसके लिए मैं बहुत आभारी हूं. पाकिस्तान मुझसे सिर्फ 5 साल बड़ा है, मैं आजादी के बाद पैदा होने वाले देश की पहली पीढ़ी से हूं. इमरान खान ने कहा कि जब मैंने 25 साल पहले राजनीति शुरू की थी तब कहा था कि न मैं किसी के सामने झुकूंगा, न अपनी कौम को किसी के सामने झुकने दूंगा. अपनी कौम को किसी की गुलामी नहीं करने दूंगा.
I'm fortunate that God gave me everything-fame, wealth, everything. I don't need anything today, he gave me everything for which I am very thankful. Pakistan is only 5 yrs older than me, I'm from the 1st generation of country to be born after independence: Pakistan PM Imran Khan pic.twitter.com/5k7dVCZbU3
— ANI (@ANI) March 31, 2022
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने देश के नाम अपने संबोधन में कहा कि अमेरिका का हिमायती बनना मुशर्रफ की सबसे बड़ी गलती थी. उन्होंने कहा कि मैं आजाद विदेश नीति का हिमायती हूं. हमारी विदेश नीति पाकिस्तान के लोगों के लिए है. इमरान ने कहा कि वे भारत या किसी और से विरोध नहीं चाहते हैं. पाक के पीएम ने कहा कि पाकिस्तान अमेरिका के साथ लड़ा और उसने ही प्रतिबंध लगा दिए.
पाक के PM इमरान खान (Imran Khan) ने कहा कि 8 मार्च को एक विदेशी देश से हमें मैसेज आता है, जिसमें बहाना दिया जाता है कि वे पाकिस्तान पर क्यों गुस्सा हैं. और अगर इमरान खान को हटा दिया जाता है तो पाकिस्तान को माफ कर दिया जाएगा. लेकिन, अगर ऐसा नहीं होता तो पाकिस्तान को मुश्किल वक्त का सामना करना पड़ेगा.
अपनी सरकार पर संकट के घने बादलों के बीच इमरान खान ने आज राष्ट्र के नाम संबोधन के दौरान कहा कि ये भाषण लाइव है, रिकॉर्डेड नहीं है. इमरान ने कहा कि मैं वह पाकिस्तानी हूं, जिसे हिंदुस्तान के अंदर सबसे ज्यादा लोग जानते थे. मेरी वहां के लोगों से दोस्ती थी. मैं अमेरिका को, वहां के नेताओं को और वहां के लोगों को अच्छी तरह से जानता हूं. इंग्लैंड तो एक तरह से मेरा दूसरा घर था. मैं कभी भी इनके खिलाफ हो ही नहीं सकता. हां, उनकी जो गलत पॉलिसी है, उनकी मुखालफत करता हूं.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि मेरे रूस जाने से अमेरिका नाराज हो गया. उन्होंने अपने संबोधन में पीएम मोदी का भी नाम लिया. उन्होंने कहा कि नवाज शरीफ सेना पर आरोप लगाकर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलते रहे.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि मुझे किसी ने कहा कि आप इस्तीफा दे दीजिए. जो मेरे साथ क्रिकेट खेलते थे उन्होंने देखा है कि मैं आखिरी गेंद तक मुकाबला करता हूं. मैंने हार कभी जिंदगी में नहीं मानी. जो भी नतीजा होगा उससे बाद मैं और ज्यादा ताकतवर होकर सामने आऊंगा, जो भी नतीजा हो.
संबोधन के दौरान इमरान खान ने इंसान और इंसानियत के बारे में बात करते हुए कहा कि मुल्क अपने इतिहास में एक निर्णायक क्षण में पहुंच गया है. उन्होंने कहा कि आजाद लोग ही आत्मसम्मान का महत्व जानते हैं. खुशनसीब हूं कि मैं आजाद पकिस्तान में पैदा हुआ. मेरे माता-पिता हमेशा कहा करते थे तुम खुशनसीब हो कि आजाद मुल्क में पैदा हुए. उन्हें अंग्रेजी हुकूमत से बुरा लगा था.
इमरान खान ने कहा कि पाकिस्तान दहशतगर्दीं के खिलाफ है. कबाइली इलाके इसके बारे में बेहतर तरीके से जानते हैं. न मैं एंटी हिंदुस्तान हूं और न ही एंटी अमेरिका हूं. भारत और अमेरिका में मेरे बहुत से दोस्त हैं. मेरी किसी से दुर्भावना नहीं है. मैं केवल उनकी नीतियों का आलोचक हूं. उन्होंने कहा कि हमसे कहा गया था कि अगर हमने अमेरिका का समर्थन नहीं करते हैं तो यह हमारे लिए अच्छा नहीं होगा. 9/11 के दौरान हमने कहा था कि अगर अमेरिका में कोई आतंकवादी घटना होती है तो हमें उनकी सहायता करनी चाहिए लेकिन यह हमारी लड़ाई नहीं थी.