National Water Awards: उत्तर प्रदेश के नाम एक खास उपलब्धि जुड़ गई है. प्रदेश के जल शक्ति मंत्रालय को तीसरा राष्ट्रीय जल पुरस्कार मिला है. दूसरे नंबर पर राजस्थान, तो तीसरे नंबर पर तमिलनाडु रहा. यह पुरस्कार प्रदेश को जल संवर्धन और जल संरक्षण के क्षेत्र में बेहतर काम करने के लिए दिया जाता है. इसके अलावा जिला श्रेणी में उत्तर क्षेत्र के लिए मुजफ्फरनगर जिले को ‘सर्वश्रेष्ठ जिला’ पुरस्कार मिला है.
यूपी के जल शक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित समारोह में राष्ट्रीय जल पुरस्कार प्रदान किया गया. यह पुरस्कार उन्हें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने प्रदान किया. इस मौके पर प्रमुख सचिव अनिल गर्ग और विभाग के अध्यक्ष वीके निरंजन भी उपस्थित रहे. राष्ट्रपति ने इस मौके पर जल शक्ति अभियान: कैच द रेन अभियान 2022 की शुरुआत भी की. यह अभियान 30 नवंबर, 2022 तक लागू रहेगा.
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गौरतलब है कि राष्ट्रीय जल पुरस्कार राज्य के अलावा ग्राम पंचायत और जिला स्तर समेत विभिन्न श्रेणियों में दिया जाता है. यूपी की ओर से 2021 में इसके लिए आवेदन किया गया था. जल शक्ति मंत्रालय द्वारा पहला राष्ट्रीय जल पुरस्कार 2018 में शुरू किया गया था. इस साल कुल 57 राष्ट्रीय जल पुरस्कार 11 विभिन्न श्रेणियों में राज्यों, संगठनों और अन्य को प्रदान किए गए हैं.
उत्तर प्रदेश, राजस्थान और तमिलनाडु राज्यों को सर्वश्रेष्ठ राज्य की श्रेणी में क्रमशः पहला, दूसरा और तीसरा पुरस्कार प्राप्त हुआ है. कुछ विजेताओं ने जल प्रबंधन के क्षेत्र में अनुकरणीय कार्य किया है. पुरस्कारों से भारत के लोगों के मन में जल संरक्षण के प्रति जागरूकता पैदा होने की उम्मीद है. यह लोगों के व्यवहार में परिवर्तन लाने में भी सहायक होगा.