पटना. सीजीएचएस एप्रुव्ड अस्पतालों में बिहार के विधायकों व पूर्व विधायकों के लिए कैशलेस इलाज की सुविधा मुहैया करायी जा रही है. विधानसभा में स्वास्थ्य विभाग से जुड़े एमएलए संजय सरागवी के संकल्प का जवाब स्वास्थ्य विभाग की तरफ से प्रभारी मंत्री प्रमोद कुमार ने दिया. उन्होंने कहा कि सांसदों की तर्ज पर राज्य के विधायक और पूर्व विधायकों को भी सीजीएचएस से एप्रुव्ड निजी और सरकारी अस्पतालों में कैशलेस इलाज की सुविधा प्रदान की जायेगी. इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग नीति तैयार कर रहा है.सरकार इसे जल्द ही लागू करने जा रही है.
इससे पूर्व विधानसभा में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा है कि राज्य के सभी 38 जिलों में मेडिकल कॉलेज खोले जायेंगे. वर्तमान में 28 जिलों में सरकारी एवं निजी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल मौजूद या निर्माणाधीन हैं. बांका समेत अन्य सभी जिलों में मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल के निर्माण पर आगामी वर्षों में चरणबद्ध तरीके से विचार किया जायेगा. उन्होंने कहा कि बिहार में स्वाथ्य के क्षेत्र में पिछले 16 वर्षों में बहुत काम हुआ है. खास कर आधारभूत संरचनाओं के विकास में जो काम हुए हैं उसका ही परिणाम है कि अन्य राज्यों के मुकाबले कोरोना से हम बेहतर तरीके से लड़ पाये.
सात निश्चय योजना के तहत राज्य में 11 मेडिकल कॉलेज का निर्माण कराया जा रहा है. इसमें समस्तीपुर, सारण, बेगूसराय, वैशाली, भोजपुर, मधुबनी, सीतामढ़ी, बक्सर, जमुई, सीवान और पूर्णिया शामिल हैं. दो जिलों मुंगेर और मोतिहारी में सरकारी मेडिकल कॉलेज के निर्माण की मंजूरी प्रक्रिया अंतिम चरण में है.
जल्द ही इसकी अंतिम स्तर पर मंजूरी मिलने के बाद निर्माण कार्य शुरू हो जायेगा. इसके साथ ही दरभंगा में एम्स की स्थापना का प्रस्ताव भी स्वीकृत हो गया है. इसके लिए जमीन का चयन कर लिया गया है. राज्य सरकार ने एम्स के लिए निर्धारित भूमि केंद्र सरकार को उपलब्ध करा दी है. जमीन पर मिट्टी भराई का काम चल रहा है. जल्द ही दरभंगा में एम्स का निर्माण शुरू हो जायेगा.