कोलकाता: प्री-एक्टिवेटेड सिमकार्ड की मदद से महानगर के लोगों को फोन करके उनसे बैंक अकाउंट की जानकारी लेकर ठगने के मामले में अब तक गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ कर गिरोह के दो अन्य सदस्यों को पुलिस ने बिहार से गिरफ्तार किया है. पकड़े गये आरोपियों के नाम बिपुल कुमार (38) और दिलखुश कुमार (19) हैं.
शेखपुरा और नवादा से दो गिरफ्तार
बिपुल बिहार के शेखपुरा जिले के पनेशार स्थित मोहब्बतपुर गांव का रहनेवाला है, जबकि दिलखुश नवादा जिले के पकरीबर्मा थाना क्षेत्र के बाजपुर का निवासी बताया गया है. डीसी साउथ वेस्ट डिवीजन(एसडब्ल्यूडी), स्वाति भंगालिया ने बताया कि इस गिरोह के नौ सदस्यों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है.
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पकड़े गये आरोपियों में एक नवादा और दूसरा शेखपुरा का रहनेवाला
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प्री-एक्टिवेटेड सिमकार्ड से लोगों को ठगनेवाले गिरोह में ये दोनों भी थे शामिल
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ठगी के रुपये को ई-वॉलेट में मंगवाकर गिरोह के सदस्यों में करता था बंटवारा
पैसे का ऐसे होता था बंटवारा
उन सभी से पूछताछ की गयी, तो इन दोनों सदस्यों के जुड़े होने की जानकारी मिली, जिसके बाद बिहार के दो अलग-अलग जगहों से इन दोनों आरोपियों को पकड़ा गया. आरोपियों को बिहार के स्थानीय अदालत में पेश कर ट्रांजिट रिमांड पर कोलकाता लाया जा रहा है. प्राथमिक पूछताछ में दोनों ने बताया कि ठगी से मिलने वाले रुपये विभिन्न ई-वॉलेट में ट्रांसफर करने के बाद उसका बंटवारा कर अन्य सदस्यों के बैंक खातों में भेजने का दायित्व उन पर था.
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रिटायर्ड अधिकारी के अकाउंट से उड़ाये थे रुपये
गौरतलब है कि बीमा कंपनी के रिटायर्ड अधिकारी को अपनी बातों में फंसाकर उनके बैंक अकाउंट से मोटी रकम उड़ाने की शिकायत पर्णश्री थाने में दर्ज करायी गयी थी. इसकी जांच शुरू करने पर प्री-एक्टिवेटेड सिमकार्ड की मदद से इस गिरोह द्वारा इन वारदातों को अंजाम दिये जाने का पता चला, जिसके बाद अब तक गिरोह के 11 सदस्यों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है.
Posted By: Mithilesh Jha