रांची : स्कूलों में होने वाली नौवीं, मैट्रिक और इंटर की परीक्षा समाप्त होने के बाद ही पंचायत चुनाव कराया जायेगा. क्योंकि, स्कूलों में ही मतदान केंद्र बनाये जाते हैं. ऐसे में परीक्षा के दौरान चुनाव कराने के लिए स्कूल भवनों को लेना संभव नहीं होगा. वहीं, परीक्षा के दौरान शिक्षकों की भी ड्यूटी रहती है, जबकि शिक्षकों को पंचायत चुनाव कार्य में लगाया जाता है.
इस पर राज्य निर्वाचन आयोग मंथन कर रहा है. आयोग सभी तरह की परीक्षाअों का शिड्यूल देख रहा है. जब स्कूल और शिक्षक खाली होंगे, तभी चुनाव कराया जा सकेगा.
फिलहाल 20 अप्रैल तक मैट्रिक और 25 अप्रैल तक इंटर की परीक्षा होगी. इसके बाद नौवीं की परीक्षा भी होनी है. हालांकि, नौवीं की परीक्षा की तिथि की घोषणा अभी नहीं हुई है. परीक्षा ड्यूटी में शिक्षकों के साथ दंडाधिकारी व पुलिस बल भी तैनात किये जाते हैं. ऐसे में उनकी उपलब्धता भी देखी जायेगी.
इस दौरान पर्व-त्योहार की तिथियां भी देखी जायेंगी. इस बात का ख्याल रखा जा रहा है कि चुनाव से किसी भी हाल में विद्यार्थियों की परीक्षा बाधित न हो. परीक्षाओं की तिथि देखने के बाद आयोग की टीम जिलों में जाकर स्थिति देखेगी. सारी स्थितियां अनुकूल प्रतीत होने पर ही चुनाव की तिथि घोषित की जायेगी. जून से बरसात शुरू हो जाता है. इसलिए बरसात के पहले चुनाव कराने पर विचार किया जा रहा है. इस तरह मई में ही चुनाव कराने को लेकर मंथन किया जा सकता है.
राज्य में पहली बार त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2010 में हुआ था. दूसरी बार 2015 में चुनाव हुआ था. पांच वर्षों के कार्यकाल के बाद संस्थाएं विघटित हो गयीं. लेकिन, कोविड के कारण पंचायत चुनाव समय पर नहीं कराया जा सका. विकास कार्य अवरूद्ध न हो, इसके लिए सरकार ने पंचायती राज समितियों का गठन कर उसे छह माह का एक्सटेंशन देकर काम चलाया गया. अब चुनाव होने तक फिर से समितियों को अवधि विस्तार दिया गया.
Posted By: Sameer Oraon