Russia-Ukraine war: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रूस को चुनौती देते हुए यूक्रेन की सीमा से करीब 80 किमी दूर पोलैंड के शहर रेजजोव पहुंचे. उन्होंने वहां तैनात नाटो सैनिकों से मुलाकात की. बाइडेन ने शनिवार को पोलैंड को आश्वस्त किया कि अमेरिका रूस के किसी भी हमले से उसका बचाव करेगा. बाइडेन ने कहा कि नाटो एकजुट है उसे तोड़ा नहीं जा सकता.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर कहा किरूस लोकतंत्र का गला घोंट रहा है. यूक्रेन आज अपनी आजादी के लिए लड़ रहा है. यूक्रेन के साथ हम पूरी ताकत के साथ खड़े हैं. बाइडेन ने कहा कि यूक्रेन के लोग अपनी आजादी के लिए लड़ रहे हैं. हमें लोकतंत्र के लिए पूरी ताकत के साथ लड़ना है.
इधर, यूक्रेन पर रूस का हमला अभी भी जारी है. हमले के 31वें दिन रूस ने एलान किया कि वह यूक्रेन में अपने सैन्य अभियान का पहला चरण समाप्त कर रहा है, क्योंकि रूसी सेना ने अपने उद्देश्यों को मोटे तौर पर हासिल कर लिया है. रूस ने पहले चरण को यूक्रेन में ‘विशेष सैन्य अभियान’ करार दिया था.
इधर यूक्रेन के साथ जंग के बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने उत्तर अटलांटिक महासागर में परमाणु पनडुब्बियां तैनात कर दी हैं. रूसी पनडुब्बियां 16 बैलिस्टिक मिसाइलें ले जाने में सक्षम हैं. काला सागर में भी रूस ने चार कलिब्र क्रूज मिसाइलें लॉन्च की है. इस मिसाइल ने जिटोमिर क्षेत्र में एक सैन्य डिपो को तबाह कर दिया है.
वहीं, एक अमेरिकी रक्षा अधिकारी ने बताया कि कीव पर रूसी सैन्य हमले रोक दिये गये हैं और रूस देश के अन्य हिस्सों में हमला करने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है. ऐसा प्रतीत होता है कि रूस फिलहाल के लिए कीव पर कब्जा करने के लक्ष्य के बजाय यूक्रेन के पूर्वी डोनबास पर ध्यान केंद्रित कर रहा है.
लड़ाई के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने रूस से युद्ध को समाप्त करने के लिए फिर से वार्चा करने की अपील की है. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि यूक्रेन शांति के लिए अपने किसी भी क्षेत्र को छोड़ने के लिए सहमत नहीं होगा. उन्होंने कहा कि रूसी सेना ने हजारों सैनिकों को खो दिया है, लेकिन अब भी वह कीव या खारकीव पर कब्जा करने में सक्षम नहीं है.
जापान द्वारा लगाये गये प्रतिबंधों से नाराज रूस ने कहा है कि वह दोनों देशों के बीच द्वितीय विश्वयुद्ध के समय से विवादित रहे द्वीपों पर सैन्य अभ्यास शुरू करेगा. दोनों देशों के बीच चार द्वीपों को लेकर विवाद है. इन द्वीपों को रूस सदर्न कुरिल्स कहता है और जापान नॉर्दन टेरिटरीज. दोनों के बीच ये विवाद करीब 70 साल पुराना है.
Posted by: Pritish Sahay