External Affairs Minister S Jaishankar, Chinese counterpart: चीन के विदेश मंत्री वांग यी के साथ मुलाकात के बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर ने विशेष ब्रिफिंग की. उन्होंने बताया कि उनकी बातचीत करीब 3 घंटे तक चली. इसमें द्विपक्षीय मुद्दों पर बातचीत हुई साथ ही LAC मामले पर भी बातचीत की गई. एस जयशंकर ने आज यानी शुक्रवार को चीन के अपने समकक्ष वांग यी के साथ बैठक की. इस दौरान दोनों के बीच पूर्वी लद्दाख विवाद और यूक्रेन संकट से पैदा हुए भू-राजनीतिक उथल- पुथल जैसे कई मुद्दों पर विशेष तौर पर चर्चा हुई.
1993-96 के समझौतों का उल्लंघन हुआ है- एस. जयशंकर
चर्चा के बाद जयशंकर ने बताया ‘यी के साथ मेरी बातचीत अभी समाप्त हुई है. हमने लगभग 3 घंटे तक चर्चा की और खुले और स्पष्ट तरीके से एक व्यापक मूल एजेंडे पर बात की. हमने अपने द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की जो अप्रैल 2020 से चीनी कार्रवाइयों के परिणामस्वरूप बाधित हुई है.’ भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा, ‘1993-96 के समझौतों का उल्लंघन हुआ है जिसमें बड़ी संख्या में सैनिकों की मौजूदगी (LAC पर) है. इसको देखते हुए हमारे संबंध (वर्तमान में चीन के साथ) सामान्य नहीं हैं.’
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चीन में पढ़ रहे भारतीय छात्रों की स्थिति पर भी चर्चा
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि मैंने चीन में पढ़ रहे भारतीय छात्रों में पढ़ रहे भारतीय छात्रों की दुर्दशा को भी दृढ़ता से रखा. इन छात्रों को कोविड प्रतिबंधों को हवाला देते हुए वापस जाने की इजाजत नहीं है. उन्होंने उम्मीद जताते हुए कहा कि चीन भेदभाव रहित रुख अपनाएगा क्योंकि इसमें कई युवाओं का भविष्य शामिल है. विदेश मंत्री ने कहा कि चीन के विदेश मंत्री ने आश्वासन दिया है कि चीन वापस जाने के बाद इस मामले से जुड़े अधिकारियों से चर्चा करेंगे.