पटना. राज्यभर में आंगनबाड़ी केंद्रों में जहां भी गड़बड़ी पायी जायेगी, तुरंत कार्रवाई की जायेगी. विधायक गड़बड़ी की जानकारी देंगे, तो जांच करायी जायेगी. गुरुवार को विधानसभा में समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी ने यह घोषणा की. उन्होंने सदन में आठ हजार 132 करोड़ रुपये का बजट पेश किया. उन्होंने कहा कि कोरोना काल में अनाथ हुए 55 बच्चों को वर्तमान में डेढ़ हजार रुपये प्रतिमाह की सहायता दी जा रही है. यह सहायता वैसे बच्चों को दी जा रही है, जिनके माता-पिता या दोनों में किसी एक की मौत कोरोना के कारण हो गयी है.
यह राशि इन बच्चों को 18 वर्ष की उम्र तक दी जायेगी. इसके अलावा राज्य में एक परवरिश योजना भी चल रही है, जिसके तहत अनाथ या बेसहारा बच्चों एवं असाध्य रोगों से पीड़ित या विकलांग हुए बच्चों को 18 वर्ष की उम्र तक प्रत्येक महीने एक हजार रुपये दिये जाते हैं. ऐसे बच्चों की संख्या 13 हजार 857 है. उन्होंने कहा कि गरीब-बेसहारा 14 बालिकाओं को बेंगलुरु में होटल मैनेजमेंट की ट्रेनिंग करायी गयी है. इन सभी का प्लेसमेंट हो चुका है. इस बार भी 31 बालिकाओं को ट्रेनिंग के लिए बेंगलुरु भेजा गया है.
मंत्री ने बताया कि घरेलू हिंसा समेत अन्य समस्याओं के समाधान के लिए वन स्टॉप सेंटर बनाये गये हैं. इसमें सभी जिलों से 2020-21 के दौरान चार हजार 172 मामले आये, जिसमें दो हजार 775 का निष्पादन किया गया है. उन्होंने कई महत्वपूर्ण योजनाओं की उपलब्धि गिनाते हुए बताया कि अंतरजातीय विवाह प्रोत्साहन योजना के तहत अब तक 355 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें 292 को लाभ दिया जा चुका है. इसी तरह दिव्यांगजन विवाह योजना के तहत आये 223 आवेदनों में 201 का भुगतान कर दिया है.