JMI PhD Admission 2022: जामिया मिलिया इस्लामिया में नए शैक्षणिक सत्र 2021-2022 के लिए पीएचडी कार्यक्रमों (JMI PhD Admission) के लिए प्रवेश प्रक्रिया 1 अप्रैल से शुरू होगी. विश्वविद्यालय की ओर से मंगलवार को इस संबंध में आधिकारिक घोषणा की गई है. जेएमआई की ओर से जारी एक अधिसूचना में कहा गया है कि पात्र उम्मीदवार 1 से 30 अप्रैल के बीच पीएचडी कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए आवेदन कर सकते हैं. शैक्षणिक सत्र 2021-2022 के लिए पीएचडी कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए ऑनलाइन फॉर्म विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट www.jmi.ac.in पर उपलब्ध होगा. पीएचडी में एडमिशन लेने वाले उम्मीदवार 1 अप्रैल से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं.
बता दें कि जामिया मिलिया इस्लामिया में सीयूईटी लागू करने को लेकर बात अबतक अटकी हुई है. स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए, जामिया ने अभी तक कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET Exam 2022) को लागू करने पर कोई फैसला नहीं किया है. विश्वविद्यालय के एक अधिकारी के अनुसार एकेडमिक काउंसिल और फिर कार्यकारी परिषद द्वारा एक निर्णय लिया जाएगा. साथ ही सीयूईटी (CUET) पर निर्णय के लिए एक समिति का गठन किया गया था लेकिन इस पर फैसला लेना अभी बाकी है.
अल्पसंख्यक संस्थान के रूप में जामिया मिलिया इस्लामिया में मुस्लिम छात्रों के लिए 30 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है वहीं मुस्लिम महिला छात्रों के लिए अलग से 10 प्रतिशत आरक्षण है, अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) से संबंधित मुसलमानों के लिए भी 10 प्रतिशत आरक्षण है. साथ ही जामिया के स्कूलों से उत्तीर्ण छात्रों के लिए भी अलग से 5 प्रतिशत सीटें आरक्षित की हैं. यहां आरक्षण के संबंध में यूजीसी ने कहा था कि आरक्षित सीटों को लेकर किसी भी तरह का कोई बदलाव नहीं किया जाएगा.
वहीं 45 केंद्रीय विश्वविद्यालयों में सीयूईटी स्कोर के आधार पर ही छात्रों का प्रवेश होगा. यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET) के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया अप्रैल से शुरू हो जाएगी. वहीं परीक्षाएं जुलाई में आयोजित की जाएंगी. यूजीसी के अध्यक्ष एम जगदीश कुमार के अनुसार इन विश्वविद्यालयों में स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश अब पूरी तरह से CUET स्कोर के आधार पर ही होगा और कक्षा 12वीं बोर्ड के अंकों में कोई वेटेज नहीं होगा.